• चारधाम यात्रा के विषय में मंदिर समिति एवं जिले के शीर्ष अधिकारियों से की अनौपचारिक बातचीत।
केदारनाथ/बदरीनाथ: उत्तराखंड उच्च न्यायालय की प्रथम महिला मुख्य न्यायाधीश कुमारी ऋतु बाहरी ने आज पूर्वाह्न ग्यारह बजे भगवान श्री केदारनाथ के दर्शन किये। मंदिर में जलाभिषेक किया। केदारनाथ में श्री बदरीनाथ -केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह ने समिति की ओर से मुख्य न्यायमूर्ति को प्रसाद भेंट किया। इस अवसर पर कार्याधिकारी आरसी तिवारी, पुजारी शिवशंकर लिंग तीर्थ पुरोहित, सभी मंदिर समिति कर्मी मौजूद रहे।
श्री केदारनाथ धाम से मुख्य न्यायाधीश अपराह्न डेढ़ बजे श्री बदरीनाथ धाम दर्शन को पहुंचे। मंदिर में दर्शन किये तथा विष्णु सहस्रनाम पूजा संपन्न की। बदरीनाथ धाम के रावल मुख्य पुजारी ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, धर्माधिकारी आचार्य राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी आचार्य रविंद्र भट्ट ने पूजा संपन्न की। इस अवसर पर मुख्य न्यायमूर्ति ने जनकल्याण की कामना की।
कार्यालय सभागार में बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने समिति की ओर से मुख्य न्यायाधीश को श्री बदरीनाथ धाम का प्रसाद भेंट किया यहां मंदिर समिति सदस्य भास्कर डिमरी, बदरीनाथ प्रभारी अधिकारी अनिल ध्यानी भी मौजूद रहे।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि मंदिर दर्शन के पश्चात मुख्य न्यायाधीश ऋतु बाहरी ने मंदिर समिति कार्यालय सभागार बदरीनाथ में जिले के शीर्ष प्रशासनिक एवं न्यायिक अधिकारियों, मंदिर समिति पदाधिकारियों एवं अधिकारियों से यात्रा विषयक अनौपचारिक बातचीत की तथा यात्रा प्रबंध तथा तीर्थयात्रियों को यात्रा के दौरान सुविधाओं- असुविधाओं को सिरे से खंगाला।
बदरीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों के रहने की क्षमता, मूलभूत यात्री सुविधाओं,विद्युत, स्वास्थ्य, पेयजल, संचार, परिवहन,आवास, खाद्यान, दर्शन व्यवस्था धामों के मौसम आदि विषयों पर चर्चा की। उत्तराखंड चारधाम यात्रा का भी जिक्र किया खासकर श्री यमुनोत्री धाम की भौगोलिक स्थिति एवं यात्री वहन क्षमता तथा बदरीनाथ -श्री केदारनाथ सहित गंगोत्री यमुनोत्री में जबर्दस्त यात्रियों के प्रवाह तथा यात्रा हेतु जुटाई गयी तैयारियों पर अधिकारियों को सुना। गंगोत्री धाम का भी जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने पूछा कि देश के किन प्रांतों के लोग श्री बदरीनाथ धाम अधिक संख्या में पहुंचते है।
अवगत कराया गया कि दक्षिण भारत का श्री बदरीनाथ- केदारनाथ से अधिक लगाव रहा है आदि गुरू शंकराचार्य की परंपरा के मुताबिक आज भी इन धामों में मुख्य पुजारी रावल केरल से बदरीनाथ में कर्नाटक से श्री केदारनाथ के रावल होते है। देश के सभी प्रांतों के लोग उत्तराखंड चारधाम पहुंचते है।
श्री बदरीनाथ में अधिक श्रद्धालु आते थे अब रोड कनैक्टिविटी, यात्री सुविधाओं से अब श्री केदारनाथ श्री यमुनोत्री में तीर्थयात्रियों का प्रवाह अधिक बढ़ा है। सरकार द्वारा संपूर्ण चारधाम में यात्री सुविधाओं में वृद्धि हुई है।यात्रा पहले से अधिक सुविधाजनक हुई है मंदिर समितियों , जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन सहित यात्रा से जुड़े सभी ऐजेंसियों का प्रयास है कि उत्तराखंड चारधाम यात्रा सरलता- सुगमता से चले।