चमोली : गौ सेवा के नाम पर अक्सर हल्ला होता रहता है। कई लोग सोशल मीडिया में वाहवाही के लिए फोटो शेयर करते रहते हैं, जबकि धरातल पर स्थिति कुछ और ही होती है। लेकिन, चमोली निवासी एक युवक ने ऐसी मिसाल पेश की है कि वो सोशमी मीडिया में छा गया है। उसने ऐसा काम कर दिखया है, जिसके बारे में शायद ही आपने कभी सोचा हो। चमोली जिले के घाट ब्लॉक स्थित कांडई गांव निवासी युवा नवीन रावत ने गोरक्षा की अनूठी मिसाल पेश की है। नवीन ने जंगल में चट्टान से गिरकर घायल बछड़े को कंधे पर लादकर तीन किमी दूर स्थित पशु चिकित्सालय पहुंचाया।
यहां जब बछड़े को उपचार नहीं मिला तो स्थानीय निवासियों की मदद से छह हजार रुपये में टैक्सी बुक कराकर उसे देहरादून ले गए हैं। जानकारी के अनुसार, युवक नवीन रावत अपने गांव कांडई से ननिहाल पगना गए हुए थे। गुरुवार को कांडई वापस लौटते हुए उन्हें जंगल में क्वेलाख तोक में घाय बछड़ा दिखाई दिया, जो चट्टान से गिर गया था। नवीन रावत ने बताया कि यह बछड़ा कांडई गांव के ही एक व्यक्ति का है और बीते दो सप्ताह से जंगल में घायल पड़ा हुआ था। बछड़े की स्थिति देख नवीन रावत ने उसका इलाज कराने का निर्णय लिया और फिर उसे कंधे पर लादकर तीन किमी दूर घाट स्थित पशु चिकित्सालय पहुंचाया।
पशु चिकित्सालय के कर्मचारी खिलाफ सिंह ने बछड़े की जांच कर बताया कि उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई है, इसलिए पंतनगर या देहरादून में ही उसका इलाज हो सकता है। इस पर उन्होंने अपने परिचितों से चर्चा की नौना गांव के भगवती प्रसाद गौड़ मदद के लिए आग आए। छह हजार रुपये में टैक्सी बुक कर बछड़े को देहरादून लाया गया। रायपुर पशु चिकित्सालय में बछड़े का इलाज शुरू हो गया है। स्थिति गंभीर होने के कारण उसे हरियाणा स्थित हायर सेंटर ले जाने पर भी विचार हो रहा है।