देहरादून: कांग्रेस में यशपाल आर्य की वापसी के बाद से उत्तराखंड में सियासत चरम पर है। भाजपा और कांग्रेस के बीच मुद्दों की बात कम और एक-दूसरे के नेताओं को पार्टी में शामिल कराने की ज्यादा नजर आ रही है। लगातार दावे किए जा रहे हैं कि फलां के संपर्क में इतने विधायक और नेता हैं। चुनावी समर में जुबानी जंग भी चरम पर पहुंच गई है।
ये जुबानी जंग कांग्रेस के बागी और भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री और पूर्व सीएम हरीश रावत के बीच है। हरीश रावत ने कहा था कि उनकी सरकार गिराने वाले महापापी हैं। इन महापापियों की कांग्रेस में वापसी तभी संभव है, जब ये सार्वजनिक रूप से माफी मांगेंगे। महापापी कहे जाने पर हरक सिंह रावत ने कड़ा ऐतराज जताया और हरीश रावत को ही डेनिश शराब के बहाने महापानी कह डाला।
हरक सिंह रावत ने कहा कि हरीश रावत ने तो उत्तराखंड के युवाओं को डेनिस जहरीली शराब पिलाकर पाप किया है। उन्होंने कहा कि डेनिश शराब के बारे में सारा उत्तराखंड जनता है। इसलिए माफी तो हरीश रावत को मांगनी चाहिए जो उन्होंने जहरीली शराब पिलाई। हरक के इस बयान के बाद ये सियासी जंग अब और तीखी हो गई है।
हरक के इस बयान के बाद हरीश रावत ने भी पलटवार किया है। हरक के बयान पर हरीश रावत ने ट्वीट किया है। पूर्व सीएम ने कहा कि कहा आज डेनिश शराब, राज्यभर में शराब की दुकानों से लेकर सीएसडी कैंटीनों में भी उपलब्ध है। हरदा ने कहा कि फर्क यह है कि उनके कार्यकाल की डेनिश में पहाड़ के फलों का सार था।
इस तरह हरदा ने हरक को जवाब दे दिया है। सियासी दिग्गजों की ये जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। इस तरह से पूर्व सीएम हरीश रावत हरक सिंह रावत के कांग्रेस में वापसी के रास्तों को भी बंद करना चाहते हैं। उन्होंने पहले ही साफ कर दिया है कि इनकी वापसी उनके लिए कठिन होगी।