Saturday , 26 July 2025
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बड़ी खबर: बादल फटने और भूस्खलन से दहले पहाड़ी इलाके, उत्तराखंड से जम्मू तक कहर

भारी बारिश देश के पहाड़ी इलाकों पर कहर बनकर बरसी। उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर जारी है। जम्मू-कश्मीर में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। हिमाचाल में भी बादल फटने से नुकसान की खबरें सामने आ रही हैं। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह से पटरी से उतर गया है।

उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। पहाड़ी जिलों में जीवन थम सा गया है। भूस्खलन के कारण कई मार्ग बंद हैं। नालों और नदियों में वाहनों के बहने की तस्वीरें लगातार सामने आ रही हैं। आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। बारिश का सिलसिला फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा है।

उधर, जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश का कहर देखने को मिला है। किश्तवाड़ जिले में बुधवार तड़के बादल फटने से 40 से अधिक लोग लापता हो गए हैं। जिसके बाद बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है। अभी तक कई लोगों के शव मिल चुके हैं। किश्तवाड़ में अधिकारियों ने जलाशयों और स्लाइड-प्रवण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है।

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने तबाही मचा रखी है। भारी बारिश से कई जगह भूस्खलन हुआ है, वहीं कई जगह सड़कें बंद हो गई हैं। किन्नौर जिले में बादल फट गया है, जिससे लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, मंडी-कुल्लू का संपर्क पूरी तरह से कट गया है।

रेड अलर्ट के बीच हिमाचल प्रदेश में मंगलवार रात से जारी भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। प्रदेश भर में 14 लोग लापता हो गए हैं। लाहौल स्पीति के तोजिंग नाले में आई बाढ़ से 10 लोग लापता हो गए हैं। कुल्लू जिला में 25 वर्षीय महिला अपने चार वर्षीय बच्चे के साथ पार्वती नदी में बह गई है। इसके अलावा कुल्लू में दिल्ली की एक पर्यटक महिला और एक स्थानीय व्यक्ति भी लापता है। किन्नौर में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। शिमला-कालका नेशनल हाइवे जगह-जगह भूस्खलन से बंद हो गया है।

 

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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