उत्तराखंड पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी सफलता हासिल करते हुए दुबई से फरार चल रहे कुख्यात ठग और गैंगस्टर जगदीश पुनेठा को 13 नवंबर को सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित कर भारत लाया। सीबीसीआईडी की विशेष टीम ने इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर अबू धाबी पुलिस के सहयोग से उसे दुबई एयरपोर्ट पर दबोचा। पिथौरागढ़ निवासी यह अपराधी 15 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी, फर्जी निवेश योजनाएं चलाने और संगठित अपराध में लिप्त था।
जगदीश पुनेठा और उसके साथियों ने निर्मल बंग कमोडिटी, रॉयल पैन्थर, मात्रछाया आभूषण जैसी नकली कंपनियों के नाम पर लोगों को उच्च रिटर्न का झांसा देकर 15.17 करोड़ की धोखाधड़ी की। इस अवैध कमाई से उसने ₹2.22 करोड़ की चल-अचल संपत्ति अर्जित की, जिसे पुलिस ने पहले ही कुर्क कर लिया है। उसके खिलाफ पिथौरागढ़ और जाजरदेवल थानों में चार गंभीर मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, धमकी और गैंगस्टर एक्ट की धाराएं शामिल हैं।
2022 में उत्तराखंड पुलिस ने जगदीश पर ₹50,000 का इनाम घोषित किया था। 2024 में रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद 10 नवंबर 2025 को सीबीसीआईडी की तीन सदस्यीय टीम—मनोज कुमार ठाकुर (अपर पुलिस अधीक्षक), ललित मोहन जोशी (प्रभारी निरीक्षक) और सतीश कुमार शर्मा (निरीक्षक) दुबई रवाना हुई। 13 नवंबर को सुरक्षा मिशन के तहत उसे भारत लाया गया। वह 14 नवंबर को पिथौरागढ़ कोर्ट में पेश किया जाएगा।
विवेचना अधिकारी निरीक्षक प्रताप सिंह नेगी ने ठगी की पूरी श्रृंखला उजागर की। जगदीश का भाई ललित पुनेठा और सहयोगी पंकज शर्मा पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि पिता चंद्र प्रकाश पुनेठा अभी फरार है। पुलिस ने अन्य पीड़ितों की पहचान, शेष संपत्ति कुर्की और गैंग के बाकी सदस्यों पर कार्रवाई तेज कर दी है।
डीजीपी दीपम सेठ ने इसे उत्तराखंड पुलिस की अब तक की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई बताया और कहा, “अपराधी चाहे दुनिया के किसी कोने में छिप जाए, कानून उसे जरूर पकड़ेगा।” पुलिस ने जनता से फर्जी निवेश योजनाओं से सावधान रहने और शिकायत दर्ज करने की अपील की है।
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