देहरादून : उत्तराखंड के श्रम विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर मंगलवार को साइबर हमला हुआ, जिससे विभाग की कई ऑनलाइन सेवाएं प्रभावित हो गईं। इस हमले से विभागीय कार्यों में बाधा आई और अधिकारियों में हड़कंप मच गया। यह राज्य में सरकारी वेबसाइटों पर बढ़ते साइबर खतरों की एक और कड़ी है। शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि हमला विदेश से किया गया हो सकता है। विभाग के अधिकारी और आईटी टीम हमले की उत्पत्ति और हमलावरों का पता लगाने में जुटी हुई है।
प्राइवेट सर्वर की वजह से कमजोरी राज्य के सभी सरकारी विभागों के डेटा की सुरक्षा और मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी आईटी डेवलपमेंट एजेंसी (ITDA) की है, लेकिन श्रम विभाग अपनी वेबसाइट प्राइवेट क्लाउड सर्वर पर चलाता है। इसी कारण यह ITDA की नियमित निगरानी के दायरे से बाहर थी।
ITDA के डेटा सेंटर इंचार्ज राम उनियाल ने कहा, “ऐसे साइबर हमले समय-समय पर होते रहते हैं। श्रम विभाग की वेबसाइट प्राइवेट सर्वर पर होने से यह हमारी सीधी निगरानी में नहीं थी। इस हमले का अन्य विभागों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।” उन्होंने बताया कि ITDA की तकनीकी टीम श्रम विभाग को पूरा सहयोग दे रही है और डेटा सुरक्षित रखने के उपाय किए जा रहे हैं।
पिछले हमलों की याद ताजा यह उत्तराखंड में सरकारी सिस्टम पर पहला साइबर अटैक नहीं है। पिछले साल अक्टूबर में स्टेट डेटा सेंटर पर बड़े रैंसमवेयर अटैक से 190 से अधिक वेबसाइटें प्रभावित हुई थीं, जिन्हें बहाल करने में दिन लगे थे। विदेशी हैकर्स, खासकर चीन से जुड़े हमलों की आशंका पहले भी जताई गई है। इन घटनाओं ने सरकारी डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं।
सरकार ने साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन लगातार हमले बड़ी चुनौती बने हुए हैं। अधिकारियों का कहना है कि डेटा सुरक्षित है और जल्द सेवाएं बहाल कर ली जाएंगी। राज्य सरकार ने सभी विभागों से अपील की है कि वे ITDA के दायरे में आने वाले सर्वर का इस्तेमाल करें ताकि बेहतर निगरानी हो सके। इस घटना ने एक बार फिर साइबर सुरक्षा की जरूरत को रेखांकित किया है।
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