- रजत तलवार
फिल्म ‘दे दे प्यार दे 2’ नवंबर 2025 में रिलीज़ हुई रोमांटिक कॉमेडी है, जिसने ओपनिंग डे पर भारत में ₹9.45 करोड़ (नेट) की कमाई की। यह आंकड़ा इसके पहले पार्ट (2019) के मुकाबले लगभग उतना ही है पर रुपये की वैल्यू गिरी है इसलिये इसे कम माना जाना चाहिए, जिसने डे 1 पर ₹9.11 करोड़ की कमाई की थी, और ‘दे दे प्यार दे’ ने भारत में कुल ₹104.13 करोड़ का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया था।
मुख्य कलाकार और अभिनय:
अजय देवगन : अजय ने अपने अलग अंदाज़ में सधा और परिपक्व अभिनय किया है। उनमें हास्य और डेडपैन कॉमिक टाइमिंग मजबूत दिखी। रकुल प्रीत सिंह: रकुल का किरदार उन्नत और मॉडर्न लिखा गया है, और पहले पार्ट की तुलना में उन्हें ज्यादा स्कोप मिला। हालांकि हल्के-फुल्के दृश्यों में वे जमीं, पर इमोशनल सीन और भारी डायलॉग्स में उनकी ओवर-एक्टिंग आलोचना का कारण बनी। आर. माधवन: माधवन नये महत्वपूर्ण रोल में प्रभाव छोड़ते हैं। उनकी केमिस्ट्री और फादर-डॉटर टकराव उभरकर आते हैं। मीज़ान जाफरी, जावेद जाफरी, गौतमी कपूर, इशिता दत्ता आदि ने भी सपोर्टिंग रोल में योगदान दिया है।
कहानी, स्क्रीनप्ले और संवाद:
फिल्म की कहानी, स्क्रीनप्ले और संवाद मुख्यत: हल्के-फुल्के, मनोरंजक स्टाइल में पेश किए गए हैं। युवती के परिवार को नायक से मिलवाने और उम्र व सामाजिक धारणाओं के टकराव पर कहानी टिकी है। फर्स्ट हाफ तेज़ और फनी, जबकि सेकंड हाफ भावनाओं के ओवरडोज के चलते स्लो महसूस होती है। कई जगहों पर स्क्रिप्ट सिंपल और प्रेडिक्टिबल हो जाती है; डायलॉग्स फ्रेश हैं, लेकिन इमोशनल सीन में जान कम दिखती है।
मुख्य थीम:
मॉडर्न रिलेशनशिप्स, उम्र का अंतर, इंडियन फेमिली वैल्यूज़ और जेनरेशन गैप ये मुख्य थीम्स हैं।
फिल्म क्लीन पारिवारिक ह्यूमर, हल्के सामाजिक संदेश और रिलेशनशिप की जटिलता को मनोरंजन के साथ जोड़ती है ।
क्या De Pyaar De 2 पहले पार्ट से ज्यादा सफल होगी? ओपनिंग लगभग बराबर है, लेकिन कंटेंट और क्रिटिक रिव्यू के आधार पर पहले पार्ट की टोटल कमाई दोहराना चुनौतीपूर्ण दिखता है, क्योंकि तब्बू जैसी स्ट्रॉन्ग कास्ट की कमी और भावनाओं की गहराई कुछ कम है।
फिल्म की खासियतें (Strengths): ह्यूमर और फनी कलर्स, तेज़ फर्स्ट हाफ, अजय, माधवन और कुछ सपोर्टिंग एक्टर्स का अभिनय, कुछ क्लाइमेक्स ट्विस्ट और फैमिली वैल्यूज़ को मज़ेदार अंदाज़ में दिखाना.
कमजोरियां (Weaknesses): इमोशनल सीन में रकुल की ओवरएक्टिंग, सेकंड हाफ में स्क्रिप्ट/पेसिंग और क्लिच, कुछ सीन मिक्सिंग/लोकेशन जंप बेमेल,
तब्बू का ना होना कई दर्शकों को अखरता है।
‘दे दे प्यार दे 2’ एक नॉन-हॉलिडे और बिना टिकट ऑफर के बावजूद बढ़िया ओपनिंग करने में सफल रही है, लेकिन फिल्म की दीर्घकालिक सफलता इसके वर्ड ऑफ माउथ, दूसरा पार्ट की तुलना में स्ट्रॉन्ग इमोशनल ग्रैविटी, और एंटरटेनमेंट क्वोटिएंट पर निर्भर करेगी। पहले पार्ट की तुलना में इसका कंटेंट थोड़ी हल्की, कुछ-कुछ जगहों पर मिडियॉकर लगती है — इसलिए, बॉक्स ऑफिस पर पूरी तरह वही जादू दोहराना चुनौतीपूर्ण रहेगा। सोमवार से बॉक्स ऑफिस संकेत ज़्यादा स्पष्ट नज़र आयेंगे।
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रजत तलवार
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