देशभर में प्रत्येक दिन सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की जानें जाती हैं। उससे भी बड़ी चिंता की बात यह है कि मरने वालों में सबसे ज्यादा संख्या युवाओं की है। यह चौंकाने वाला खुलासा एक रिसर्च में सामने आया है। इसकी जानकारी किसी और ने नहीं। बल्कि खुद नितिन गडकरी ने दी है।
देश में दिन होने वाली दुर्घटनाओं के पीछे कई कारण होते हैं। लेकिन, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ये कहकर लोगों को चौंका दिया है कि डीपीआर में गलती के कारण सड़क दुर्घटनाओं में हर वर्ष एक लाख से ज्यादा लोगों की जान चली जाती है।
नितिन गडकरी ने बताया कि एजेंसी की ओर से बनाई गई विस्तृत परियोजना रिपोर्टों (DPR) में गलतियों की वजह से देश में सड़क दुर्घटनाओं में हर साल 1.5 लाख लोगों की मौत होती है। सिविल इंजीनियरों के राष्ट्रीय सम्मेलन में गडकरी ने कहा कि देश में हर साल पांच लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं और इनकी वजह सिर्फ डीपीआर में की जाने वाली गलतियां हैं। इसलिए डीपीआर बनाने में गुणात्मक बदलाव की जरूरत है जिसमें ब्लाइंड स्पाट्स में सुधार पर जोर हो।
रिपोर्ट में कहा गया कि साल 2020 में कुल 1,20,806 घातक दुर्घटनाओं में से 43,412 राष्ट्रीय राजमार्गों पर, 30,171 राज्य राजमार्गों पर और 47,223 अन्य सड़कों पर हुईं। सबसे चिंताजनक बात ये है कि इन घातक दुर्घटनाओं में सबसे अधिक युवा चपेट में आए। ऐसे में युवाओं को सड़कों पर संभल कर वाहन चलाने की जरूरत है।
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