देहरादूनः कैबिनेट मंत्री गणेशी आय से अधिक संपत्ति मामले में घिरे हुए हैं। इन आरोपों को लेकर अब तक मंत्री चुप्पी साधे हुए थे। लेकिन, अब उन्होंने एक बयान दिया है। ऐसा बयान, जिसे समझ पाना आम आदमी के लिए तो कमसे कम आसान नहीं होगा। उनका दावा है कि जब भी उन पर कोई आरोप लगता है, उनको बड़ा फायदा होता है।
अपने बयान में उन्होंने कहा है कि अपनी आय से जुड़ा सारा विवरण उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंप दिया है। उनको इससे बड़ा फायदा होने वाला है। अपने बचाव में वो कई उदाहरण भी देते नजर आए। गणेश जोशी ने 20216 में हुए शक्तिमान घोड़ा प्रकरण का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मुझे इसमें फंसाया गया। मेरी बेटी सड़कों पर उतरी। उसका फायदा यह हुआ कि मेरी बेटी राष्ट्रीय नेता बन गई, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का बड़ा योगदान मानता हूं।
एक और अजीब उदाहरण यह दिया कि कोरोना के दौर में जब मैं राशन बांट रहा था, उस दौरान विपक्ष के नेता यह आरोप लगा रहे थे कि ऑक्सीमीटर कहीं नहीं मिल रहे हैं। आप कहां से बांट रहे हैं? गणेश जोशी आगे कहते हैं कि मैंने विपक्ष के नेताओं को कहा कि मैं चोरी करके ला रहा हूं। जिसका फायदा मुझे यह हुआ कि 2022 के विधानसभा चुनाव में मैंने पिछले चुनाव से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की।
जोशी ने कहा कि अब जो मुझ पर आय से अधिक संपत्ति का आरोप लग रहा है, उसमें मेरे दामाद और बेटी की संपत्ति को जोड़ा गया गया। जबकि, वो अलग रहते हैं। मेरे दामाद की अच्छी सैलरी है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि यदि मुझ पर आरोप लगाते तो ठीक-ठाक लगाते। इसका भी उन्हें बड़ा फायदा होने वाला है।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में जो हलफनामा दिया था, उसके मुताबिक उनकी आय से अधिक संपत्ति है। इसका खुलासा आरटीआई एक्टिविस्ट अधिवक्ता विकेश नेगी ने किया था। गणेश जोशी पर उद्यान घोटाले और सैन्य धाम के निर्माण में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगा है।