देहरादून : भाजपा प्रदेश प्रवक्ता बिपिन कैंथोला ने कहा कि उत्तराखंड कांग्रेस देवस्थानम बोर्ड पर महज राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को अपनी सरकार के दौरान किए गए धर्म विरोधी व जनविरोधी कामों पर एक नजर डालनी चाहिए। कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि जहां कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री आज गंगा के नाम पर पश्चाताप का ढौंग कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस के अध्यक्ष और नेता देवस्थानम बोर्ड पर फिजूल की राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस की सोच आज विकास विरोधी हो चुकी है किसी भी हाल में केवल और केवल विरोध करना उनकी मानसिकता हो गई है। उन्होंने कहा कि देवस्थानम बोर्ड का फैसला उत्तराखंड सरकार का ऐतिहासिक फैसला है। सरकार बोर्ड का गठन कर सभी 51 मंदिरों को एक छतरी के अंतर्गत लाकर सभी मंदिरों व धार्मिक स्थलों का विकास करना चाहती है।
पुजारी और पण्डों के हक हकूक को नहीं छीना जा रहा
देवस्थानम बोर्ड के गठन से किसी भी प्रकार से किसी पुजारी और पण्डों के हक हकूक को नहीं छीना जा रहा है। धामों में पूजा पद्धति की जो व्यवस्था पहले से थी उसी पूजा उसी पद्धति से आगे भी कार्य चलते रहेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड प्रदेश पर्यटन प्रदेश ओर धर्माटन प्रदेश का प्रदेश है आज हमारे सामने इस कोरोना महामारी में अपने लोगों को अपने युवाओं को उनके क्षेत्र में रोजगार देना बहुत बड़ी चुनौती है। सरकार ने अपने इस फैसले से सभी धार्मिक स्थलों को विकसित कर वहां पर विकास के कार्य को प्रारंभ करने की सोच के तहत देवस्थानम बोर्ड का गठन किया ताकि देश विदेश से आए हुए श्रद्धालुओं को सुविधाएं मिल सकें। अगर धार्मिक स्थलों के सुविधाएं बढ़ेंगी तो निश्चित रूप से उत्तराखंड के अंदर श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ेगी पिछले वर्ष का आंकड़ा देखेंगे तो 35 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने उत्तराखंड का रुख किया था।
धार्मिक स्थलों को संजोकर रखना सरकार की प्राथमिकता
अगर धार्मिक स्थलों का विकास होगा तो वहाँ रोजगार के विभिन्न नए आयाम बनेगे व वैष्णों देवी, सोमनाथ, व तिरुपति बालाजी की तर्ज पर हमारे राज्य के धामों का विकास होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य पूरे विश्व भर का आध्यात्मिक केंद्र है। इसको बनाए रखना और सभी धार्मिक स्थलों को संजोकर रखना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कांग्रेस के नेताओं को राय देते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता अपनी जन विरोधी और विकास विरोधी नीति को सोच को बदलें और देवस्थानम बोर्ड एक्ट को पढ़कर ओर समझकर राजनीति करें, जनता सब जानती है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के नेताओं को उत्तराखंड के प्रदेश की जनता से अपनी सरकार के दौरान किए गए।
प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए
धर्मविरोधी जनविरोधी कार्यों के लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए और जनता के बीच में गलत तथ्यों को रख करके तीर्थ पुरोहित व पण्डा समाज को गलत तथ्यों के आधार पर बरगलाने का काम बंद करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री की की गई गलती वाले बयान पर कहा कि जब वो मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने मां गंगा जो कि मोक्षदायिनी है। उसको नहर घोषित कर रहे था ,तब उनके सोचने और समझने की क्षमता कहां गई थी आज पचताप का ढोंग करने से कुछ हासिल नही होने वाला कहा कि कांग्रेस का काम आज केवल और केवल विकास विरोधी राजनीति करना रह गया है। वह विकास का विरोध करना रह गया है।