देहरादून: पूर्व सीएम हरीश रावत ने बेरोजगारी के आंकड़ों पर एक बार फिर भाजपा को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि हमारे कई मित्र बेरोजगारी के आंकड़ों पर कई तरह के दावे कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं अपने भाजपा के साथियों को कहना चाहता हूं कि वह अपने सभी मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों को किसी पार्क में बैठा लें। उन्होंने कहा कि वो हर बहस करने के लिए तैयार हैं।
पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा से गुड गवर्नेंस का सवाल खड़ा नहीं होता हैं। उन्होंने तीन-तीन मुख्यमंत्री बदलकर अपने फेलियर को साबित कर दिया है। आज राज्य की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा गई है। पिछले 21 वर्षों में सबसे कम वार्षिक दर है। उन्होंने कहा कि हमारे समय में जो वार्षिक दर 19 प्रतिशत थी वह घटकर आज 6 प्रतिशत पर आ गई है।
उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि चुनाव में जाने से पहले राज्य सरकार श्वेत पत्र जारी करे। एक बदहाल अर्थव्यवस्था, निकम्मा शासन और लगभग 9 लाख बेरोजगार राज्य पर थोप दिए हैं। उन्होंने कहा कि आज तक राज्य में जितने भी चुनाव हुए हैं, उनमें से अब जो चुनाव होने जा रहा है। वह सबसे ज्यादा चिंताजनक परिस्थिति में होने जा रहा है।
किसी भी सरकार ने शिक्षा और चिकित्सा को इतना बर्बाद नहीं किया जितना इस सरकार ने किया है। आने वाली सरकार के सामने बहुत बड़ी पहाड़ जैसी स्थितियां होंगी। इसलिए प्रदेश सरकार एक पत्र जारी करें। पूर्व सीएम हरदा ने कहा कि हम बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, और खनन यह हमारे 4 बिंदु हैं, जिस पर हम लड़ाई को फोकस करेंगे।
उन्होंने कहा कि हम पुराने लोकायुक्त को लेकर आएंगे। अगर कोई परेशानी आए तो हम सत्ता में आने के 1 महीने बाद ही एक नया लोकायुक्त को लाने का काम शुरू करेंगे। हम पंचायतों को लोकायुक्त में लेकर आएंगे ताकि धन का सही सदुपयोग हो सके। पूर्व सीएम ने कहा कि वर्तमान सरकार इतिहास की सबसे भ्रष्ट सरकार है। हमने खनन पर पहले भी एक नीति बनाई थी।
पूर्व सीएम ने कहा कि राज्य में किसी भी समय जिस तरह से अंधाधुंध खनन हो रहा है। उसके लिए हम जांच बैठाएंगे। राज्य की मूलभूत नीति रोजगार सृजित करना होगा। आर्थिक बिंदु पर कैबिनेट पर एक चेक प्वाइंट सृजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि महंगाई को लेकर मुझे कुछ ज्यादा नहीं कहना है। क्योंकि महंगाई केंद्र सरकार की पॉलिसी की वजह से हो रही है। हरदा ने फिर दोहराया कि जब हमारी सरकार आएगी तो हम हर महिलाओं को ₹200 की सब्सिडी देंगे।