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देहरादून: शिलान्यास करने पहुंचे धर्मपुर विधायक विनोद चमोली, लगे गो-बैक के नारे, ये है विवाद की वजह

देहरादून : नगर निगम देहरादून के वार्ड नंबर 85 में आज राजनीति की गर्मी ने ऐसा ताप फैलाया कि माहौल तकरार और नारेबाज़ी में बदल गया। धर्मपुर क्षेत्र के विधायक विनोद चमोली जब वार्ड में एक सामुदायिक भवन का शिलान्यास करने पहुंचे, तो कार्यक्रम स्थल पर विकास नहीं, विरोध के नारे गूंजने लगे। स्थानीय निर्दलीय पार्षद शोबत चंद रमोला के समर्थकों ने कार्यक्रम स्थल को घेर लिया और “विधायक वापस जाओ” के नारे लगाते हुए विधायक पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया। जिस जमीन पर आनन-फानन में सामुदायिक भवन का शिलान्यास किया जा रहा था, कुछ दिन पहले है नगर निगम अधिकारियों ने जमीन का निरीक्षण किसी अन्य काम के लिए किया था।

क्या है विवाद की जड़?

पार्षद शोबत चंद रमोला का आरोप है कि यह शिलान्यास बिना नगर निगम बोर्ड की स्वीकृति और स्थानीय प्रतिनिधि को सूचना दिए बगैर किया गया। उनका कहना है कि उन्हें सामुदायिक भवन से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधियों की अनदेखी करना एक सुनियोजित राजनीतिक चाल है। उन्होंने सीधे-सीधे कहा कि “यह कार्यक्रम राजनीतिक बदले की भावना से किया जा रहा है। विधायक को चुनावी हार हजम नहीं हो रही।”

‘शहीदों के नाम पर भवन’

वहीं विधायक समर्थकों ने दावा किया कि यह सामुदायिक भवन शहीदों की स्मृति में बनाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्षद और उनके समर्थक शहीदों की आड़ में राजनीति कर रहे हैं। लेकिन, स्थानीय लोगों का कहना है कि “अगर शहीदों के नाम पर काम करना है, तो मोथरोवाला स्थित पहले से बने शहीद स्मृति पार्क की दुर्दशा क्यों?” जहां शहीदों की तस्वीरें तक फट चुकी हैं।

झड़प और वायरल वीडियो

हंगामे के दौरान स्थिति इतनी बिगड़ गई कि दोनों पक्षों के समर्थकों में हाथापाई की नौबत आ गई। मौके पर मौजूद लोगों ने झड़प के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए हैं। इन वायरल वीडियोज़ ने घटना को और भड़का दिया है।

विकास की आड़ में बदले की राजनीति?

वार्ड नंबर 85 के निवासी पूछ रहे हैं कि “जब विधायक को पानी, जलभराव और बुनियादी समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं, तो अचानक यह भवन बनाने की याद कैसे आई?” सवाल यह है कि “क्या यह विकास है या सिर्फ चुनावी हार का बदला?” अब देखना होगा कि यह विवाद क्या रुख लेता है?

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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