Tuesday , 17 June 2025
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उत्तराखंड : ऐसा काम कर रही थी पुलिस, DGP ने खुद किया खुलासा, कार्रवाई के लिए रहें तैयार

देहरादून : पुलिस की इस सच्चाई को ज्यादातर लोग जानते हैं। बाहरी राज्यों में गुमशुदा की तलाश के लिए जाने पर अधिकांश मामलों में शिकायतकर्ता से ही वाहन की व्यवस्था करने के लिए कहा जाता है। दबिश के मामलों में भी इस तरह की बातें अक्सर सामने आती रहती हैं। लेकिन, पहली बार इसका खुलासा खुद पुलिस के मुखिया ने किया है।

इसको लेकर DGP अशोक कुमार ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने ने गैर जनपद या राज्यों में दबिश/तलाश के लिए जाने हेतु यदि पीड़ित से की किसी भी प्रकार की मांग की, तो कार्यवाही के लिए रहें तैयार।

किसी भी अभियोग में अभियुक्त की गिरफ्तारी/गुमशुदा की बरामदगी के लिए पुलिस टीम को गैर जनपद अथवा अन्य राज्यों में दबिश/तलाश हेतु वाहन की आवश्यकता पड़ती है। कई बार देखने में आया है कि पुलिस द्वारा पीड़ित परिवार से ही वाहन की व्यवस्था करवाये जाने हेतु अथवा वाहन में तेल डलवाने हेतु या टीम के रहने खाने की व्यवस्था के सम्बन्ध में कहा जा रहा है।

इस प्रकार के विभिन्न कार्यों हेतु प्रत्येक थाने में थाना विविध निधि के अन्तर्गत पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करायी जाती है, उसके बावजूद भी इस प्रकार की शिकायतें प्रकाश में आ रही है, जो कि घोर निन्दनीय व आपत्तिजनक है और किसी भी दशा में स्वीकार्य नहीं है।

उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि अगर विवेचक स्वार्थवश या कर्तव्य से विमुख होकर उपरोक्त कृत्य कारित करता है, तो उसकी जवाबदेही तय करते हुए सम्बन्धित के विरूद्ध कठोर कार्रवाई अमल में लायी जाये। सभी जनपद प्रभारी इस ओर संवेदनशील रहें।

DGP अशोक कुमार ने कहा कि किसी घटना या अपराध के घटित होने पर पीड़ित अथवा आमजनमानस की पुलिस के प्रति यह अपेक्षा होती है कि पुलिस जनता के साथ मधुर व्यवहार के साथ-साथ उसकी समस्या अथवा उसके साथ घटित घटना पर न्यायोचित तरीके से विधिक कार्यवाही अमल में लायें और उसे न्याय मिल सके। यदि हम हर निर्णय पीड़ित को केंद्र में रखकर लें, तो हमारी पुलिस व्यवस्था अच्छी बनेगी और पीड़ित का पुलिस पर विश्वास बना रहेगा।

समय-समय पर पुलिस मुख्यालय से इस सम्बन्ध में दिशा-निर्देश जारी होते रहते हैं, इसके बावजूद भी कतिपय मामलों में ऐसी शिकायतें प्रकाश में आ रही हैं, जो अत्यन्त आपत्तिजनक और बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। जो भी पुलिसकर्मी ड्यूटी में ढिलाई बरतेगा उसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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