देहरादून: हरिद्वार में धर्म संसद के नाम पर एक आयोजन हुआ। धर्म के नाम पर उस आयोजन में मंच से जिस तरह की बातें हुई, वे केवल घृणा फैलाने और खुलेआम हिंसा भड़काने की बातें थी। भाकपा (माले) के गढ़वाल सचिव इंद्रेश मैखुरी ने इसकी शिकायत पुलिस से की है। उन्होंने कहा कि धम संसद में वक्ता-दर-वक्ता केवल और केवल हथियार जमा करने, मारकाट करने और हिंसा करने के लिए आतंकवादी बनने तक का आह्वान करते रहे।
डीजीपी अशोक कुमार और हरिद्वार एसएसपी को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड एक शांत प्रदेश है। कानून व्यवस्था के लिहाज से भी उत्तराखंड में तुलनात्मक रूप से बेहतर स्थिति है। लेकिन, इस तरह हिंसा भड़काने, हथियार उठाने, लोगों को झूठे मुकदमों में फंसाने और हत्या करने के आह्वान खुले मंचों से होंगे तो यह उत्तराखंड की कानून व्यवस्था को भी खराब करने की कोशिश है, जिसकी अनुमति किसी को नहीं दी जानी चाहिए।
उन्होंने आगे लिखा है कि पुलिस ने एक व्यक्ति के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। लेकिन, धर्म संसद के नाम पर हुए उक्त आयोजन में तो लगभग सभी वक्ताओं ने खुलेमंच से हिंसा भड़काने और दूसरे धर्म के लोगों की हत्या करने वालों को इनाम तक देने की बातें कही, जिसके वीडियो संलग्न हैं। वे खुलेआम लोगों से आतंकवादी बनने का आह्वान करते रहे, जो सीधे-सीधे देश तोड़ने का षड्यंत्र है।
इसलिए इस आयोजन में ऐसे वक्तव्य देने वाले सभी लोगों के खिलाफ दो समुदायों के बीच नफरत फैलाने, भड़काऊ भाषण देने, हत्या करने के लिए उकसाने, आतंकवाद फैलाने के लिए उकसा कर, देश तोड़ने की साजिश रचने के लिए प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज (थ्प्त्) दर्ज कर, ऐसा करने वालों को तत्काल गिरफ्तार किया जाये। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाये कि भविष्य में इस तरह का आयोजन करने की अनुमति किसी को न दी जाये।