Wednesday , 18 June 2025
Breaking News

अच्छी खबर : उत्तराखंड का पहला अस्पताल, जमर्नी से आया ये रोबोट करेगा सर्जरी

ऋषिकेश : मूत्राशय, प्रजनन अंगों और किडनी के कैंसर से जूझ रहे मरीजों के लिए अच्छी खबर है। संस्थान के यूरोलाॅजी विभाग में इस बीमारी के निदान के लिए रोबोटिक सर्जरी की सुविधा के साथ ही उच्चस्तरीय तकनीक आधारित उपचार उपलब्ध है। विशेषज्ञ चिकित्सकों के अनुसार इस तकनीक से की जाने वाली सर्जरी के दौरान जहां जोखिम का खतरा बहुत कम हो जाता है। वहीं, मरीज को अस्पताल से जल्दी छुट्टी भी मिल जाती है।

रोबोट की सहायता से सर्जरी

एम्स ऋषिकेश के यूरोलॉजी विभाग में मूत्र संबंधी रोगों, मूत्राशय, गुर्दे, प्रोस्टेट, लिंग और अंडकोष को प्रभावित करने वाले यूरोलॉजिकल कैंसर के निदान की अत्याधुनिक तकनीक की सभी मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके साथ ही संस्थान में मूत्र रोग से संबंधित किडनी, मूत्राशय और प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित रोगियों की नई तकनीकियों के तहत रोबोट की सहायता से भी सर्जरी की सुविधा उपलब्ध हो गई है।

 

 

विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम

एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि संस्थान में विस्तृत जांच के आधार पर यूरोलाॅजिकल से संबंधित कैंसर के निराकरण के लिए अत्याधुनिक और उत्कृष्ट तकनीक आधारित विश्वस्तरीय सभी मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई हैं। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश एम्स राज्य का एकमात्र ऐसा स्वास्थ्य संस्थान है, जिसमें किडनी, मूत्राशय और प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित मरीजों के लिए रोबोटिक सर्जरी की सुविधा है। एम्स निदेशक ने बताया कि संस्थान के यूरोलाॅजी विभाग में पुरुष और महिलाओं के मूत्र पथ और पुरुष प्रजनन अंगों की कैंसर से जुड़ी बीमारियों के उपचार के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम काम कर रही है।

वजन लगभग 20 ग्राम होता है

संस्थान के यूरोलाॅजी विभागाध्यक्ष एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ. अंकुर मित्तल ने बताया कि मूत्र संबंधी विकृतियों में सबसे आम समस्या प्रोस्टेट कार्सिनोमा से जुड़ी है। उन्होंने बताया कि प्रोस्टेट ग्रन्थि पुरुषों में पाई जाती है। इस छोटी सी ग्रंथि का वजन लगभग 20 ग्राम होता है। यूरोलाॅजी विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सकों के अनुसार प्रोस्टेट ग्रन्थि शुक्राणु परिवहन करने वाले वीर्य का उत्पादन करती है।

इस ग्रन्थि में रोग पैदा होने लगते हैं

बढ़ती उम्र के साथ ही अधिकांश पुरुषों की इस ग्रन्थि में रोग पैदा होने लगते हैं। खासतौर से बुजुर्ग अवस्था में मूत्र रोग से उत्पन्न यह समस्या कैंसर का रूप ले लेती है। भारत में एक लाख की जनसंख्या में से 8 से 9 प्रतिशत लोग गुर्दे के कैंसर से जूझ रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारत के यह आंकड़े एशिया के अन्य देशों की तुलना में सबसे अधिक हैं।

प्रोस्टेट कैंसर से होने वाली मृत्युदर

डाॅक्टर मित्तल के अनुसार चिकित्सा संसाधनों की कमी और जागरुकता के अभाव में भारत में प्रोस्टेट कैंसर से होने वाली मृत्युदर अन्य देशों की तुलना में सबसे अधिक है। इसके लक्षणों के प्रति लापरवाही बरतने पर यह रोग गंभीर स्थिति में आ जाता है। एम्स के यूरोलाॅजी विभाग में किडनी, मूत्राशय, लिंग और अंडकोष की बीमारियों के उपचार के अलावा शल्य चिकित्सा द्वारा प्रोस्टेट को हटाना (रेडिकल प्रोस्टेटेक्टमी), विकिरण चिकित्सा, कीमोथैरेपी, और इम्यूनोथैरेपी की सुविधाएं उपलब्ध हैं।

आवश्यक जांच के बाद सर्जरी

उन्होंने बताया कि प्रोस्टेट, मूत्राशय और गुर्दे की सर्जरी में नई तकनीकियों का उपयोग करते हुए अब विंची रोबोट का उपयोग किया जा रहा है। विशेषज्ञ चिकित्सक के अनुसार कोविड महामारी के इस दौर में भी एम्स का यूरोलाॅजी विभाग सप्ताह के सभी कार्य दिवस में पेशेंट क्लीनिक का संचालन जारी रखे हुए है। आवश्यक जांच के बाद सर्जरी की आवश्यकता वाले रोगियों को भर्ती कर दिया जाता है।

प्रोस्टेट कैंसर के प्रमुख लक्षण

पेशाब करते समय परेशानी होना, पेशाब में रक्त आना, वीर्य में रक्त आना, पेल्विक क्षेत्र में असुविधा और रीढ़ की हड्डी में दर्द होना शामिल हैं। प्रोस्टेट कैंसर का पता स्क्रीनिंग, डिजिटल रेक्टल जांच और रक्त परीक्षण (यानी सीरम पीएसए) के माध्यम से लगाया जाता है।

मूत्राशय के कैंसर के प्रमुख लक्षण

पेशाब में रक्त आना, पेशाब करते समय दर्द होना, पेल्विक ( पेड़ू ) में दर्द और बार-बार पेशाब आना इस बीमारी के प्रमुख लक्षणों में शामिल है।

किडनी के कैंसर के प्रमुख लक्षण

पेशाब में खून आना, भूख में कमी होना, वजन में गिरावट, थकान होना, बुखार और पेट में गांठ बन जाना।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

Check Also

Uttarakhand News : स्कूली छात्रों को लेकर जा रही वैन खाई में गिरी, मची चीख पुकार

पौड़ी गढ़वाल जिले में शुक्रवार दोपहर एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। मासौ-भिताई-खंडाह …

error: Content is protected !!