देहरादून: आयुर्वेद विश्वविद्यालय हर्रावाला में उपनल और अन्य एजेंसियों के जरिए कार्यरत अल्पवेतनभोगी कर्मचारी कार्यबहिष्कार कर रहे हैं। कर्मचारियों के समर्थन में आज पूर्व कैबिनेट मंत्री वरिष्ठ कांग्रेस के नेता हरक सिंह रावत, कांग्रेस प्रदेश महासचिव कविंद्र इष्टवाल धरना स्थल पर पहुंचे। हरक सिंह रावत ने कहा कि उन्होंने इसको लेकर कई सपने देखे थे। अपने प्रदेश के युवाओं के रोजगार का यह एक जरिया था।आज स्थिति यह है कि सरकार नौकरी कर रहे लोगों को हटाने का काम कर रही है।
कांग्रेस प्रदेश महासचिव कविंद्र इष्टवाल ने कहा कि हरक सिंह रावत ने जहां रोजगार के द्वार खोले थे। वहीं, भाजपा सरकार लोगों को सड़क पर लाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य को गर्त की ओर धकेला जा रहा है।
इष्टवाल ने कहा कि कांग्रेस इस कठिन समय में आप और आपके परिवारों के साथ खड़ी है। आयुर्वेदे विश्वविद्यालय हर्रावाला में विगत कई वर्षों से आउटसोर्स के माध्यम से कार्यरत अल्पवेतनभोगी कार्मिकों को विश्वविद्यालय द्वारा वर्तमान में 11 माह का सेवा विस्तार और 3 माह से वेतन का मुगतान नहीं किया गया है।
इस हेतु कार्मिकों द्वारा समय-समय पर विश्वविद्यालय को मौखिक रूप से बताने के साथ ही 8 जनवरी को लिखित रूप से भी अवगत कराया गया है। कुलपति और कुलसचिव की ओर से कार्मिकों को मौखिक रूप से आश्वासन दिया गया कि सभी कर्मचारियों के वेतन का भुगतान और 11 माह का सेवा विस्तार 20 जनवरी से पूर्व कर दिया जायेगा।
लेकिन, अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। कार्मिकों की ऐसी स्थिति हो चुकी है कि बच्चों कि फीस तक जमा नहीं करवा पा रहे हैं। किराये पर रहने वाले कर्मचारी किराया भुगतान नहीं कर पा रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कर्मचारियों की क्या हालत होगी।