Sunday , 20 July 2025
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“हे धामी तिन नि थामी रे”: पवन सेमवाल ने फिर अपलोड किया गाना, बोले-डरने वाला नहीं!

देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लेकर सोशल मीडिया पर एक व्यंग्यात्मक गीत तेजी से वायरल हो रहा है। “हे धामी तिन नि थामी रे” शीर्षक वाले इस गीत को भुवनेश्वरी प्रोडक्शन यूट्यूब चैनल पर 15 जुलाई को रिलीज किया गया था, और उस गाने को तब 30 हजार लोग देख चुके थे। उसके बाद पवन सेमवाल को पुलिस उनके घर से उठा लाई, जिसके बाद पुलिस गाने को यूट्यूब से डिलीट करना पड़ा। उसके बाद लोकगायक पवन सेमवाल ने सोशल मीडिया में एक वीडियो अपलोड किया था, जिसमेँ कहा था कि एक और वीडियो जल्द अपलोड करेंगे।

पवन ने वैसा ही किया। “गाना रिलीज़ हुए अभी सिर्फ 20 घंटे ही हुए हैं, लेकिन इसे अब तक 16 हजार से ज़्यादा बार देखा जा चुका है। इस बार पवन सेमवाल ने गाना रिलीज़ करने से पहले एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि ‘दबाव के चलते पहले गाना हटाना पड़ा था, लेकिन अब मैं पीछे हटने वाला नहीं हूं।’ गाने के वीडियो में उन लोगों की तस्वीरें भी शामिल की गई हैं, जिन्होंने खुलकर उनका समर्थन किया।”

गाने में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महिला अपराधों और जन आंदोलनों के दमन जैसे कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। गीत की भाषा में व्यंग्य के साथ तीव्र असंतोष झलकता है, जिसमें कहा गया है, “उत्तराखंड की ह्वेगी बदनामी, रे धामी रे तिन नि थामी रे…”

गीत में आरोप लगाया गया है कि धामी सरकार प्रदेश में बढ़ते बलात्कार, शराब की भरमार और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को नियंत्रित करने में विफल रही है। इसके साथ ही, गीत में यह भी कहा गया है कि शांतिपूर्ण आंदोलनों को पुलिसिया कार्रवाई और लाठीचार्ज के जरिए कुचला गया है।

बेरोजगारों और आंदोलनकारियों की पीड़ा के स्वर

गीत में बेरोजगार युवाओं की नाराज़गी को भी प्रमुखता से उठाया गया है। आरोप लगाया गया है कि जिन युवाओं ने नौकरी की मांग को लेकर आंदोलन किया, उन्हें लाठियों और जेल की सजा मिली। गीत के एक हिस्से में कहा गया है कि “आंदोलन करने वालों को अपराधियों की तरह पेश किया गया और उनकी आवाज़ को दबा दिया गया।”

नेताओं की ‘चमकती जवानी, जनता की बर्बादी

गीत का अंतिम भाग सत्ता में बैठे नेताओं की “धन की भूख” और “जनता से दूरी” पर चोट करता है। इसमें उत्तराखंड को बर्बादी की ओर धकेले जाने का आरोप लगाते हुए कहा गया है कि राज्य की दुर्दशा के बीच सत्ता पक्ष के नेता ऐशोआराम में डूबे हैं।

राजनीतिक हलकों में हलचल

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने पवन सेमवाल के गीत को लेकर सरकार पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पवन ने अपने गाने के जरिए सरकार की असलियत उजागर की है। गोदियाल ने आरोप लगाया कि जनता की पीड़ा को स्वर देने वाले इस युवा कलाकार को सत्ता के इशारे पर लगातार परेशान किया जा रहा है। उनका कहना है कि आधी रात को पुलिस उसके घर दबिश दे रही है और तरह-तरह के दबाव बनाए जा रहे हैं। इसी बीच यह खबर भी सामने आई है कि पवन सेमवाल को एक बार फिर पुलिस ने हिरासत में लिया है, हालांकि इसकी अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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