देहरादून: उत्तराखंड में एनआईओएस (NIOS) डीएलएड भी अब सरकारी शिक्षक भर्ती के लिए मान्य होगा। नेशनल टीचर्स एजुकेशन काउंसिल (NTEC) ने एनआईओएस डीएलएड को भी प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापक पद की नियुक्ति के लिए मान्य कर दिया है। इस संबंध में राज्यों के मुख्य सचिवों को आदेश भी भेज दिया गया है। इस आदेश से राज्य के हजारों डीएलएड पास अभ्यर्थियों को शिक्षक बनने का अवसर मिल गया है।
दरअसल डीएलएड अभ्यर्थी लंबे समय से निजी विद्यालयों में सेवाएं दे रहे थे लेकिन अप्रशिक्षित थे। केंद्र व राज्य सरकार द्वारा इन अप्रशिक्षित शिक्षकों को ‘शिक्षा का अधिकार’ अधिनियम के अनुसार राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी संस्थान एनआईओएस द्वारा डीएलएड की उपाधि प्रदान की गई। कई राज्यों में इनको भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने से रोका जा रहा था।
इसको लेकर उत्तराखंड एनआईओएस डीएलएड टीईटी शिक्षक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष नैनीताल निवासी नंदन सिंह बोहरा ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक की पहल पर बीते दिवस दिल्ली में एनआईओएस मान्यता के संबंध में मंत्रालय के अधिकारियों से वार्ता करने के साथ प्रत्यावेदन दिया। केन्द्रीय मंत्रालय द्वारा एनसीटीई द्वारा मान्यता संबंधी पत्र लिखकर आदेश जारी किया कि सभी राज्यों को पत्र जारी किया जाय। जिससे इनको भी राज्य से प्रशिक्षित डीएलएड की भांति माना जाए।
प्रदेश अध्यक्ष नंदन बोहरा ने बताया कि, एनसीटीई से पत्र जारी होने के बाद यह उपाधि पूरे देश में मान्य हो गई है। इससे कोर्ट में जाने वाली झंझट से अभ्यर्थियों को मुक्ति मिलेगी। इस आदेश से राज्य के डीएलएड अभ्यर्थियों में हर्ष की लहर दौड़ गई। उन्होंने इसके लिए केंद्रीय मंत्री डॉ निशंक का आभार प्रकट किया है।