देहरादून : प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरू और उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि विपक्ष उनको बदनाम करना चाहता है। उनके बारे में सोशल मीडिया में झूठ फैलाया जा रहा है। महाराज के प्रतिनिधि के तौर पर सामने आए पंकज भट्ट ने कहा कि महाराज पर लगे सारे आरोप निराधार और झूठे हैं। कैबिनेट को खतरे में डालने के सवाल पर भी महाराज ने विपक्ष पर करारा पलटवार किया है।
पंकज भट्ट ने कहा कि महाराज का कहना है कि विपक्ष के लोग दुष्प्रचार कर मेरी छवि धूमिल करना चाहते हैं। कुछ लोग मेरे परिवार की झूठी ट्रेवल हिस्ट्री की अफवाह सोशल मीडिया में फैला रहे हैं, जो पूरी तरह से गलत है। मैं और मेरे परिवार का कोई भी सदस्य पिछले तीन माह से विदेश यात्रा पर नहीं गया है।
जीएमवीएन के पूर्व निदेशक रहे पंकज भट्ट ने बताया कि कैबिनेट मंत्री महाराज ने इस बात को भी सरासर निराधार बताया है कि उनके बेटे और बहू 21 मई को दुबई से वंदे भारत फ्लाइट से दिल्ली आए थे। उनके अनुसार पिछले तीन माह से परिवार को भी सदस्य विदेश यात्रा पर नहीं गए हैं। फरवरी से देहरादून स्थित आवास पर ही रह रहे हैं। 6 मई को कैबिनेट मंत्री महाराज, उनकी पत्नी अमृता रावत, उनके पुत्र और पुत्रवधू रुद्रप्रयाग और चैबट्टाखाल में राहत सामग्री बांटने गए थे। वहां पर उन्होंने क्षेत्रवासियों की समस्याएं भी सुनी।
विपक्ष अफवाह फैला रहा है कि 21 मई को उनका बड़ा बेटा और बहू दुबई से आए हैं और महाराज उन्हें लेने दिल्ली गए थे। उन्होंने कहा कि ये बात तथ्यात्मक रूप से ही पूरी तरह गलत है। उन्होंने कहा कि 21 मई को वह कैबिनेट की बैठक और 22 मई को देवस्थानम बोर्ड की बैठक में देहरादून में शामिल हुए थे।
पंकज भट्ट के अनुसार 24 मई को महाराज के पूरे परिवार का सीएमओ देहरादून की ओर से कोविड-19 टेस्ट कराया गया था। इसमें उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। उसके उपरांत ही वह 29 मई को कैबिनेट की मीटिंग में गए थे। विपक्ष सवाल कर रहा है कि सतपाल महाराज के मोबाइल में क्या आरोग्य सेतु एप नहीं था। उन्होंने बताया कि कैबिनेट मंत्री सहित सभी पारिवारिक सदस्यों और स्टाफ के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप है। लेकिन, कोरोना किसी को पूछकर नहीं आता वो किसीको भी हो सकता है।