देहरादून : सांसदों का कार्यकाल समाप्त होने को है। दिन चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। आप अपने सांसदों को इसलिए वोट देते हैं कि वो वोक्कास कार्यों को कर सकें। लेकिन, आपको जानकर हैरानी होगी की उत्तराखंड के सांसदों की अब तक 50 प्रतिशत तक सांसद निधि खर्च होनी बाकी है। उत्तराखंड के तीन सांसदों की 22.02 करोड़ की सांसद निधि अब तक जारी ही नहीं हो पाई है।
केन्द्रीय मंत्री और नैनीताल सांसद अजय भट्ट की 59.55 प्रतिशत 10.30 करोड़, पूर्व सीएम व पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत की 71.55 प्रतिशत 12.34 करोड़ की सांसद निधि अब तक खर्च नहीं हो सकी है। इस बात का खुलासा काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन एडवोकेट के सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी मिलने पर हुआ है।
सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मिली जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड के वर्तमान पांच लोकसभा सांसद कुल 85 करोड़ की सांसद निधि प्राप्त करने के पात्र हैं। लेकिन पिछली सांसद निधि किस्त के खर्च सम्बन्धी प्रमाण, आडिट रिपोर्ट आदि प्राप्त न होने के कारण उन्हें 22.02 करोड़ की सांसद निधि 31 दिसम्बर 23 तक जारी नहीं हुई है।
जबकि दिसम्बर 2023 भारत सरकार से प्राप्त 62.98 करोड़ की सांसद निधि में 3.42 करोड़ का ब्याज जोड़कर कुल 66.4 करोड़ की सांसद निधि में से 32.47 करोड़ की सांसद निधि खर्च नहीं हो पाई है। अगर जारी ना हुई सांसद निधि को भी जोड़ लें तो 88.42 करोड़ की सांसद निधि जो कुल सांसद निधि का 61.62 प्रतिशत है अभी खर्च होनी बाकी है।
31 दिसम्बर 2023 तक लोकसभा सांसद 17-17 करोड़ की सांसद निधि भारत सरकार से प्राप्त करने के पात्र हैं। उत्तराखंड के केवल दो सांसदों को ही पूरी सांसद निधि प्राप्त हुई है। हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल और पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत को ही पूरी सांसद निधि जारी हुई है। नैनीताल सांसद व केन्द्रीय मंत्री अजय भट्ट की केवल सात करोड़ 66 लाख 40 हजार, अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा को 11 करोड़ 81 लाख 50 हजार और टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह की 9 करोड़ 50 लाख की सांसद निधि ही जारी हुई है।
नैनीताल सांसद तथा केन्द्रीय मंत्री अजय भट्ट को 7 करोड़ 66 लाख 40 हजार की सांसद निधि मिली जिसमें से 6 करोड़ 99 लाख 73 हजार की सांसद निधि खर्च हो पाई हैष जबकि 10 करोड़ 30 लाख 9 हजार (59.55 प्रतिशत) सांसद निधि खर्च होने को शेष है।
पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत सासंद निधि खर्च करने में सबसे पीछे हैं। तीरथ सिंह रावत को 17 करोड़ की सांसद निधि जारी की गई जिसमें से उन्होंने केवल 4 करोड़ 90 लाख 83 हजार की सांसद निधि खर्च हो सकी है। जबकि 12 करोड़ 34 लाख 63 हजार (71.55 प्रतिशत) सांसद निधि खर्च होनी अभी भी बची है।
हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को को 17 करोड़ की सांसद निधि जारी की गई है। जिसमें से 31 दिसम्बर 2023 तक केवल पांच करोड़ 34 लाख 35 हजार की सांसद निधि ही खर्च हुई है। जबकि 11 करोड़ 86 लाख 40 हजार (68.95 प्रतिशत) सांसद निधि खर्च होनी बाकी है।
अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा को 17 करोड़ में से 11 करोड़ 81 लाख 50 हजार की सांसद निधि जारी की गई थी। जिसमें से 5 करोड़ 18 लाख 50 हजार की सांसद निधि जारी होनी बाकी है और उन्होंने 8 करोड़ 51 लाख 59 हजार की सांसद निधि 31 दिसम्बर तक खर्च हो सकी है। जारी सांसद निधि में से 9 करोड़ 53 लाख 31 हजार (52.79 प्रतिशत) सांसद निधि खर्च होने को शेष है।
टिहरी सांसद माला राज लक्ष्मी को 9 करोड़ 50 लाख की सांसद निधि जारी हुई थी। जिसमें से 7 करोड़ 50 लाख की सांसद निधि भारत सरकार से जारी होना अभी बाकी है। जिसमें से 31 दिसम्बर 2023 तक कुल आठ करोड़ 15 लाख 90 हजार की सांसद निधि ही खर्च हो पाई है। जबकि10 करोड़ 44 लाख 55 हजार (56.15 प्रतिशत) की सांसद निधि खर्च होनी बाकी है।