Wednesday , 12 March 2025
Breaking News

उत्तराखंड: इस शहर से लापता हो गए 10 हिस्ट्रीशीटर, तलाश में जुटी पुलिस

देहरादून: शहर में अपराधियों की धरपकड़ के लिए पुलिस लगातार सक्रिय है, लेकिन इसी बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। नशा तस्करों और अपराधियों की निगरानी के लिए बनाई गई सूची में शामिल 92 हिस्ट्रीशीटरों में से 10 लापता हो गए हैं।

इनमें से दो का कोई सुराग नहीं मिल रहा, जबकि आठ अपराधी जनपद छोड़कर कहीं और चले गए हैं। इस खुलासे के बाद पुलिस की टेंशन बढ़ गई है और जिलेभर में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है।

सभी हिस्ट्रीशीटरों का सत्यापन जरूरी

जनपद में नशा तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए एसएसपी अजय सिंह ने सभी थानों को निर्देश दिया था कि जो तस्कर लगातार अपराध में लिप्त हैं, उनकी हिस्ट्रीशीट खोली जाए और कड़ी निगरानी रखी जाए। इसी क्रम में 92 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट तैयार की गई थी। 28 फरवरी को एसएसपी ने थाना प्रभारियों को आदेश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में इन अपराधियों की वर्तमान स्थिति का सत्यापन करें।

सत्यापन में सामने आया बड़ा खुलासा

जिले की पुलिस टीमों ने जब इन हिस्ट्रीशीटरों के घर और ठिकानों पर जांच की, तो पता चला कि 79 अपराधी अपने स्थान पर मौजूद हैं और फिलहाल छोटे-मोटे काम कर रहे हैं। इसके अलावा, तीन अपराधी पहले से जेल में बंद थे। लेकिन, सबसे बड़ी चिंता का विषय वे 10 अपराधी बने जो रहस्यमय तरीके से गायब हो गए।

इनमें से आठ हिस्ट्रीशीटरों ने जनपद छोड़ दिया, जबकि दो अपराधियों के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। उनका न तो घर में पता चला, न ही उनके किसी परिजन या जानकार के पास उनकी कोई खबर थी।

इनमें से कई हिस्ट्रीशीटर सिर्फ नशा तस्करी ही नहीं, बल्कि हथियारों की तस्करी, रंगदारी और सुपारी किलिंग जैसे संगीन अपराधों में भी लिप्त रहे हैं। ऐसे में पुलिस को संदेह है कि ये अपराधी किसी नई साजिश की योजना बना सकते हैं।

एसएसपी अजय सिंह ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया है कि लापता हिस्ट्रीशीटरों का जल्द से जल्द पता लगाया जाए और यह भी जांच की जाए कि वे किन गतिविधियों में संलिप्त हैं। इसके लिए पुलिस टीमों को सक्रिय कर दिया गया है।

अब सवाल यह उठता है कि ये 10 हिस्ट्रीशीटर अचानक कहां गायब हो गए? क्या वे किसी बड़े अपराध की तैयारी में हैं, या फिर पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए भूमिगत हो गए हैं? पुलिस इन सभी सवालों के जवाब तलाशने में जुटी है।

 

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

Check Also

VIDEO: अनिल बलूनी के बयान के बाद चर्चा तेज..खतरे में है प्रेमचंद अग्रवाल की कुर्सी?

प्रदीप रावत ‘रवांल्टा‘ उत्तराखंड की राजनीति में इन दिनों जबरदस्त उथल-पुथल मची हुई है। विधानसभा …

error: Content is protected !!