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9 से 12 और 6 से 9 बजे की बीच सबसे ज्यादा एक्सीडेंट।
देहरादून : उत्तराखंड में पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क दुर्घटनाएं आम बात हैं। यहां आए दिन कोई ना कोई दुर्घटना होती रहती है। ऐसा माना जाता है कि पहाड़ों के मुकाबले मैदानी क्षेत्रों में एक्सीडेंट कम होते हैं। लेकिन, मैदानी क्षेत्रों में सड़क दुर्घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं।
दुर्घटनाओं में कोई कमी नहीं आई
आलम यह है कि राजधानी देहरादून में लॉकडाउन (कोरोना कर्फ्यू) के दौरान भी सड़क दुर्घटनाओं में कोई कमी नहीं आई है। इस साल 2021 में अब तक हर महीने लगभग 26 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। इन दुर्घटनाओं में औसतन 11 लोगों की मौतें हुई। जबकि पिछले पांच माह में करीब सौ लोग घायल हुए हैं।
5 महीने 130 एक्सीडेंट
सहायक परिवहन अधिकारी प्रशासन देहरादून रश्मि पंत ने जनपद में माह फरवरी 2021 से माह मई 2021 तक घटी दुर्घटनाओं से सम्बन्धित विवरण को प्रेजेन्टेशन के माध्यम से सड़क सुरक्षा समिति के समक्ष प्रस्तुत किया। जनपद में माह जनवरी 2021 से माह मई 2021 की अवधि में 2021 में घटी कुल 130 दुर्घटनाओं में 96 लोग घायल हुए हैं तथा 55 लोगों ने अपनी जान गवांई है।
यहां सबसे ज्यादा एक्सीडेंट
इस बीच दुर्घटनाओं के दृष्टिगत ऋषिकेश, नेहरू कालोनी, डोईवाला, पटेलनगर, रायवाला और डालनवाला थानें अधिक संवेदनशील रहे जहां दुर्घटनाएं अधिक घटित हुई। दुर्घटनाटओं का सर्वाधिक कारण ओवर स्पीडिंग, रेश ड्राईविंग और गलत दिशा में वाहन चलाना रहा। सर्वाधिक दुर्घटनायें सुबह 9 से अपरान्ह 12 बजे की बीच के समय जब लोग अपने कार्यालयों को जाते हैं और शाम के समय 6 बजे से रात्रि 9 बजे जब घर वापसी होती है, उस समय अधिक दुर्घटनाएं सामने आई हैं।
DM ने की समीक्षा
जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने सभी उपजिलाधिकारियों और परिवहन, यातायात पुलिस, पीडब्ल्यूडी व राष्ट्रीय राजमार्ग अधिकारियों के साथ समीक्षा की। सहायक परिवहन अधिकारी प्रशासन रश्मि पंत ने बताया कि 2021 में जनवरी से मई तक 130 सड़क दुर्घटनाओं में 96 लोग घायल हुए हैं। जबकि 55 लोगों की मौत हुई है।
जिलाधिकारी ने अधिक सड़क दुर्घटना वाले क्षेत्रों में जाकर उन्हें रोकने के लिए काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने एआरटीओ, यातायात पुलिस और सभी एसडीएम को एनफोर्समेंट कार्यवाई बढ़ाने और इंफ्रास्ट्रक्चरल कार्यों को तेजी से पूरा करने को कहा। इसके अलावा सड़क सुरक्षा उपाय करने के भी निर्देश दिए। बैठक में एडीएम एफआर गिरीश चंद्र गुणवंत, एसपी ट्रैफिक एसके सिंह, सभी एसडीएम, एआरटीओ समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
ओवर स्पीड, रेश ड्राइविंग
रश्मि पंत ने बताया कि ऋषिकेश, नेहरू कालोनी, डोईवाला, पटेलनगर, रायवाला और डालनवाला थाने दुर्घटना के लिहाज से सबसे ज्यादा संवेदनशील है। ओवर स्पीडिंग, रेश ड्राइविंग और गलत दिशा में वाहन चलाने के कारण सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं हुई हैं। सुबह ऑफिस जाने के समय और शाम को लौटने के समय सबसे ज्यादा एक्सीडेंट हुए। बताया कि जिले में कुल 50 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए थे, जिनमें से 26 को पूरी तरह ठीक किया जा चुका है। शेष 24 स्पॉट को ठीक करने का काम चल रहा है।