ऋषिकेश : उत्तराखंड में ज़मीनों का एक बड़ा घोटाला सामने आया है। पर्यटन हब के नाम पर दी गई ज़मीन पर भू-माफिया ने प्लॉट देने के नाम पर पहाड़ के लोगों से करोड़ों रुपए ठग लिए। मामला संज्ञान में आने के बाद मूल निवास, भू-कानून संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी अपने साथी नमन चंदोला के साथ देहरादून के रानीपोखरी (झीलवाला) पहुँचे तो हमारे पैरों तले ज़मीन खिसक गई।
दरअसल, आरए कंस्ट्रक्शन रियल एस्टेट कंपनी द्वारा यहां 123 बीघा ज़मीन पर ऋषिधाम एनक्लेव नाम से प्लॉटिंग का काम शुरू किया गया। जबकि यह ज़मीन पर्यटन हब के नाम पर दी गई थी। कंपनी द्वारा दो साल पहले प्लॉटिंग का काम शुरू किया गया और खरीददारों से पचास प्रतिशत धनराशि एडवांस में ली गई।
वहीं, खरीददारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि दो साल बीत जाने के बावजूद ना उनके पैसे वापस मिले हैं और ना प्लाट। आज स्थिति यह है कि जिन लोगों ने प्लॉट के लिए 50 प्रतिशत एडवांस दिए, वो अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
123 बीघा ज़मीन का बाज़ार मूल्य लगभग तीन सौ करोड़ है। मूल निवास – भू कानून समन्वय संघर्ष समिति, जब तक हर एक खरीददार को उसका पाई-पाई पैसा वापस नहीं दिलाती, पीछे नहीं हटेगी। हम मांग करते हैं कि जल्द पर्यटन विभाग की 123 बीघा जमीन को सरकार में निहित किया जाय और लुटेरों के खिलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई की जाय।