देहरादून: कोरोना के कारण लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की तयारी शुरू कर दी है। परिवहन विभाग अगले सप्ताह से लर्निंग लाइसेंस के टेस्ट फिर शुरू करेगा। इसके लिए कार्योजना बना ली गयी है। देहरादून RTO आफिस में 22 अप्रैल से लाइसेंस बनाने का काम ठप है। करीब 10 हजार लाइसेंस के आवेदन समेत बाकी कार्यों के तकरीबन 25 हजार आवेदन लंबित बताए जा रहे। लंबित कार्य को निबटाने के लिए सीमित संख्या के साथ अगले हफ्ते यानी आठ जून से लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस, फिटनेस, टैक्स व वाहन ट्रांसफर आदि के काम शुरू किए जा सकते हैं। RTO (प्रशासन) दिनेश चंद्र पठोई ने बताया कि कोरोना संक्रमण कम होने की सूरत में कार्य फिर शुरू किए जाएंगे। इसके लिए पांच जून शनिवार को बैठक बुलाई है और उसमें कार्यों की दैनिक संख्या निर्धारित करने पर निर्णय लिया जाएगा।
पिछले साल कोरोना लाकडाउन के चलते लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस का काम पांच माह तक बंद रहा था। अनलॉक-2 के तहत 20 जुलाई से पमरानेंट लाइसेंस बनाने एवं अन्य कार्य तो शुरू हो गए थे, लेकिन कंप्यूटर पर टेस्ट होने की वजह से संक्रमण के खतरे के मद्देनजर लर्निंग लाइसेंस बंद रहे। संक्रमण कम होने पर 14 अगस्त से लर्निंग लाइसेंस के टेस्ट शुरू किए गए थे। पहले आरटीओ में हर कार्य के लिए 20-20 आवेदन शुरू किए गए, जो बाद में बढ़ाकर 50 और फिर 100 कर दिए गए। गत अप्रैल के शुरुआती सप्ताह तक आफिस में कामकाज सामान्य चल रहा था, लेकिन 22 अप्रैल को कोरोना के चलते पहले लाइसेंस सेक्शन बंद किया गया और 27 अप्रैल से आमजन के प्रवेश पर रोक लगा दी गई। इसके बाद से समस्त कार्य बंद थे, लेकिन पिछले हफ्ते आरटीओ के आदेश पर नए वाहनों के पंजीकरण और अस्थायी परमिट के कार्य शुरू किए गए थे।
लाइसेंस का बैकलॉग काफी बढ़ गया है, ऐसे में लाइसेंस टेस्ट दोबारा शुरू करने की मांग लगातार बढ़ रही थी। चूंकि, Covid कर्फ्यू की वजह से कोरोना संक्रमण दर में गिरावट हुई है और स्थिति फिर सामान्य होती नजर आ रही है। ऐसे में आरटीओ में कामकाज फिर शुरू करने की प्रक्रिया चलने लगी है। माना जा रहा कि आठ जून से लर्निंग व परमानेंट लाइसेंस के टेस्ट समेत, फिटनेस, परमिट व रजिस्ट्रेशन टैक्स आदि से जुड़े कार्य सीमित संख्या में खोल दिए जाएंगे। फिटनेस, टैक्स व परमिट आदि के लिए शुरुआत में 25 से 30 कार्य प्रतिदिन तय किए जा सकते हैं। परिवहन विभाग ने अप्रैल में ही लर्निंग डीएल के स्लाट बढ़ाकर 125 किए थे पर यह ज्यादा दिन नहीं चल सके। सात जून से कार्य शुरू करने की स्थिति में परिवहन विभाग 25 से 50 स्लाट तय करना चाहता है। चूंकि, लंबित आवेदनों की संख्या बेहद बढ़ चुकी है, ऐसे में विभाग 30 टेस्ट पुराने आवेदन के और 20 टेस्ट नए आवेदन वाले आवेदकों के लिए खोल सकता है।