Sunday , 22 December 2024
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उत्तराखंड: एसपी सिंह ने STP प्लांट निर्माण के खिलाफ दिया धरना, जानें क्यों हो रहा विरोध?

देहरादून: नकरौंदा में सीवीर ट्रीटमेंट प्लांट (STP) का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन, लोग इसका लंबे समय से विरोध कर रहे हैं। विरोध के चलते प्लांट का काम रोकना भी पड़ा। नदी के तेज उफान में निर्माण बह भी गया था। बावजूद उसी जगह पर एसटीपी प्लांट बनाया जा रहा है, जिसके विरोध में आज कांग्रेस नेता एसपी सिंह ने अकेले ही धरना दिया। एसपी सिंह तपती धूप में भी नदी किनारे धरने पर डटे रहे। उनका कहना था कि यह विरोध का तरीका है। उन्होंने यह तरीका इसलिए अपनाया कि आने वाले दिनों में लोगों को परेशानियों का सामना ना करना पड़े।

उनका आरोप है कि जिस जगह पर यह STP प्लांट बनाया जा रहा है, उसके लिए गलत स्थान का चयन किया गया है। प्लांट का निर्माण नदी के बीच किया जा रहा है। जिससे नदी का रुख भी गांव की ओर गया है। बरसात में इसका नुकसान लोगों को उठाना पड़ा। एसटीपी प्लानं के कारण नदी का रुख मुड़ने से लोगों के घरों पर खतरा मंडराया। कुछ घरों को नुकसान भी पहुंचा था।

इतना ही नहीं, STP प्लांट तक सीवर पहुंचाने के लिए जो मेन होल बनाए गए हैं, उनसे भी पानी के फ्वारे निकल रहे हैं। वह पानी पूरी तरह से साफ है। प्लांट बनने से प्राकृकिज जलस्रोतों को भी खतरा हो गया है। बड़ी बात यह है कि मेन होलों से जो पानी निकल रहा है। वह नदी के साथ लच्छीवाला पिकनिक स्पॉट की ओर जाता है।

एसपी सिंह का कहना है कि सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनाएं, लेकिन उसके लिए सही स्थान का चयन किया जाना चाहिए। नदी के बीचों-बीच सीवर ट्रीटमेंट प्लांट नहीं बनाया जाना चाहिए। सरकार को चाहिए कि निर्माण से पहले सभी पहलुओं की जांच की जानी चाहिए। उनका कहना है कि अगर सरकार नहीं मानती है, तो आंदोलन किया जाएगा।

 

पहले भी सरकार को इस संबंध में अवगत कराया जा चुका है। बरसात में हुए नुकसान की जानकारी भी सरकार का है। ग्रामीणों को भविष्य में होने वाली परेशानियों से बचाने के लिए जो भी जरूरी कदम उठाने पड़ेंगे, हम उठाने के लिए तैयार हैं। ग्रामीणों के साथ ही इससे प्राकृतिक जलस्रोत को भी खतरा है।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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