देहरादून: भारी बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह प्रभावित है। भारी बारिश के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कहीं जलभराव हो रहा है, तो कई भूस्खलन मुश्किलें बढ़ा रहा है। भारी के बारण राज्यभर में बई सड़कें बंद हैं। बारिश के कारण हरिद्वार में गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा के ऊपर 293.05 मीटर पर पहुंच गया है।
40 मीटर भाग ध्वस्त
ऋषिकेश और चम्बा के बीच गंगोत्री हाईवे का करीब 40 मीटर भाग ध्वस्त हो गया। टिहरी की जिलाधिकारी ईवा श्रीवास्तव ने दोनों हाईवे पर आवाजाही पर रोक लगा दी है। डीएम के अनुसार गंगोत्री हाईवे को दुरुस्त करने में करीब एक सप्ताह का समय लग सकता है, जबकि बदरीनाथ हाईवे को लेकर उम्मीद जताई कि शनिवार शाम मलबा साफ कर दिया जाएगा।
बारिश का दौर जारी है
राज्य में गुरुवार देर रात से ही बारिश का दौर जारी है। राजधानी देहरादून और हल्द्वानी में शनिवार को दिन की शुरुआत बारिश के साथ हुई। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जैसे जिलों में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग की ओर से इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है।
राहत मिलने की संभावना नहीं
प्रदेश में फिलहाल बारिश से राहत मिलने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार अनुसार शनिवार को नैनीताल, चम्पावत और बागेश्वर में भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने इसके लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
200 से ज्यादा सड़कें बंद
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण भूस्खलन और भूधंसाव से पांच नेशनल हाईवे समेत कुल 200 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। टिहरी जिला प्रशासन ने ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग 58 को तपोवन से मलेथा तक आवागमन के लिए बंद कर दिया है। पहाड़ियों से लगातार पत्थर और बोल्डर गिरने से पर्वतीय क्षेत्रों की यात्रा खतरनाक बनी हुई है। ऐसे में लोगों को इन दिनों पहाड़ की यात्रा टालने की सलाह दी गई है।
रिपोर्ट के अनुसार
लोनिवि की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में पांच नेशनल हाईवे, 15 स्टेट हाईवे, सात जिला मार्ग, 13 अन्य जिला मार्ग, 90 ग्रामीण सड़कें (सीविल) और 89 ग्रामीण सड़कें बाधित हैं। लोनिवि, बीआरओ और दूसरी एजेंसियों की ओर से सड़कों को खोलने की कार्रवाई लगातार जारी है।