देहरादून: हरियाणा के बहादुरगढ़ में आत्महत्या करने वाले देहरादून निवासी गर्वित को शुक्रवार रात फोन काल आई और वह बहादुरगढ़ के लिए निकल गया। शनिवार सुबह लगभग पांच बजे वह बहादुरगढ़ पहुंचा तो उसने फोन पर अपने पिता को पहुंचने की जानकारी भी दी। इसके कुछ समय बाद ही उसकी मौत की सूचना आ गई। इसके बाद गर्वित और नंदिनी के परिवार वाले एकसाथ बहादुरगढ़ के लिए रवाना हो गए।
बहादुरगढ़ में लिव इन पार्टनर नंदिनी को सातवीं मंजिल पर स्थित फ्लैट की बालकनी से धक्का देने के बाद खुद भी कूदकर आत्महत्या करने वाले यूट्यूबर गर्वित के पिता सूबेदार सिंह उत्तराखंड पुलिस में एएसआइ हैं और वर्तमान में देहरादून में सीओ सिटी के चालक हैं। सूबेदार सिंह शिमला बाईपास रोड स्थित दून एन्क्लेव में रहते हैं। उनका बड़ा बेटा भी पुलिस में है और प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) में तैनात है।
गर्वित छोटा बेटा था। वह पढ़ाई पूरी करने के बाद यूट्यूबर बन गया। काफी समय से वह तपोवन (रायपुर) क्षेत्र की रहने वाली नंदिनी के साथ देहरादून में ही लिव इन में रहता था। नंदिनी भी उसके साथ ही काम करती थी। दोनों के लिव इन में रहने की जानकारी परिवार वालों को भी थी।
पड़ोसियों ने बताया कि गर्वित तीन दिन पहले ही घर आया था। बताया जा रहा है कि शुक्रवार रात को गर्वित के मोबाइल पर फोन आया था। फोन सुनने के बाद उसने परिवार वालों से कुछ नहीं कहा और बहादुरगढ़ के लिए निकल गया। परिवार वालों ने ही उसे आइएसबीटी तक छोड़ा था। जानकारी के अनुसार, गर्वित सुबह करीब पांच बजे बहादुरगढ़ पहुंचा और इसकी जानकारी स्वजन को दी। शनिवार सुबह करीब आठ बजे परिवार को फोन आया कि गर्वित ने बहादुरगढ़ में नंदिनी के साथ बिल्डिंग से कूदकर आत्महत्या कर ली है।
नंदिनी कश्यप का घर रायपुर रोड स्थित शांति विहार, विकास पुरम में है। उसके पिता प्रापर्टी डीलर हैं, जबकि उसकी एक छोटी बहन और एक भाई है। सूचना के बाद नंदिनी के पिता व परिवार के अन्य सदस्य भी गर्वित के घर पहुंच गए थे। दोनों परिवारों के लोग एकसाथ बहादुरगढ़ के लिए निकल गए। बताया जा रहा है कि दोनों परिवार नंदिनी और गर्वित के रिश्ते से नाराज नहीं थे, इसके बावजूद उन्होंने आत्महत्या क्यों की, इसका कारण किसी को नहीं पता। बताया जा रहा है कि नंदिनी को फिल्म इंडस्ट्रीज का शौक था। कम उम्र में ही उसने वेबसीरीज और थिएटर में काम करना शुरू कर दिया। वेबसीरीज में काम करने मुंबई भी जा चुकी थी।