देहरादून : लोगों को शीतलहर से बचाने के लिए व्यवस्थाओं में जुटा है। प्रत्येक जिले को शीतलहर से बचाव करने के लिए 10 लाख रुपये का अतिरिक्त बजट दिया जा रहा है, जिससे जिले व्यवस्थाएं जुटा सकें। सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा ने सभी जिलाधिकारियों के मौजूदा हालातों की समीक्षा की। एसडीआरएफ, वन विभाग, खाद्य आपूर्ति, चिकित्सा, मौसम विभाग, जल संस्थान, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग और ऊर्जा निगम के अधिकारियों से तैयारियों की जानकारी ली।
आपदा प्रबंधन सचिव ने सभी तहसीलों में अस्थायी रैनबसेरों की व्यवस्था सुनिश्चित करने, रैन बसेरों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने को कहा है। इसके अलावा जिलों में पर्याप्त मात्रा में अलाव जलाने की व्यवस्था, कंबल वितरण करने के साथ ही दुर्गम और दूरस्थ क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में राशन आपूर्ति, दवाईयों, पशुओं के चारे की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
अलाव जलाने के लिए वन निगम को लकड़ियों की व्यवस्था करने के निर्देश एि। लोक निर्माण विभाग को आने वाले दिनों में बर्मबारी से बंद होने वाली सड़कों को खोलने के लिए जरूरी कर्मिकों और उपकरणों की तैनाती, परिवहन विभाग को वाहनों में फॉग लाइटें लगवाने और जिलाधिकारियों को रात के समय नियमित निरीक्षण करने के भी दिर्नेश दिए।