Thursday , 19 June 2025
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BSNL का कारनामा, DOT को भेजी झूठी रिपोर्ट, जहां नेटवर्क ही नहीं आता, वहां दिखाए टावर

बड़कोट : BSNL किसी समय लोगों का सबसे भरोसेमंद नेटवर्क होता था। लेकिन, समय के साथ-साथ BSNL अपना भरोसा खोता जा रहा है। उसका कारण है अधिकारियों का मनमाना और लापरवाह रवैया। ऐसा ही एक मामला उत्तरकाशी जिले के नौगांव ब्लाॅक में सामने आया है। ब्लाॅक के सरनौल, चपटाड़ी, बचाण गांव, कोटी, मणपा, गंगटाड़ी, मसालगांव और खांड गांव में नेटवर्क की दिक्कत का है। लंबे समय से ग्रामीण BSNL से मोबाइल टावर लगाने की मांग कर रहे हैं।

ग्रामीण अपनी इसी मांग को लेकर कई बार विभागीय अधिकारियों के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों से भी मिल चुके हैं। हर बार आश्वासन तो मिलते हैं, लेकिन काम कभी नहीं हुआ। हाल ही में व्हाट्सएप ग्रुप बड़कोट के सभ्य लोग के जरिए इस मसले को उठाया गया, जिसके बाद कुलदीप रावत और आशीष ममगांई ने डिपार्टमेंट ऑफ़ टेलीकाॅम (DOT) को ट्वीट किया था, जिस पर डीओटी ने जवाब भी दिया था।

DOT ने पूरे मामले की जानकारी जिले में BSNL के आला अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी। BSNL के अधिकारियों ने रिपोर्ट तो भेजी, लेकिन उसमें जो तथ्य भेजे वो बेहद चौंकाने वाले थे। स्थानीय अधिकारियों ने पूरे क्षेत्र की ही गलत रिपोर्ट मंत्रालय को भेज दी। रिपोर्ट में कहा गया कि सभी गांवों में बीएनएनएल के टावर काम कर रहे हैं। जबकि वास्तविकता यह है कि इन गांवों में टावर तो दूर की बात यहां नेटवर्क तक नहीं आते हैं।

इस पूरे मामले को लेकर लोगों में आक्रोश है। इन दिनों क्षेत्र में लगातार भारी बारिश हो रही है, जिससे आपदा का खतरा भी बना रहता है। मेडिकल इमरजेंसी में भी लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सही समय पर सूचना नहीं मिल पाने के कारण कई बार नुकसान भी उठाना पड़ता है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अब डख्याटगांव वार्ड से जिला पंचायत सदस्य आनंद राणा ने इस मामले में एसडीएम बड़कोट से अधिकारियों की गलत जानकारी दिए जाने की शिकायत की है। लोगों ने जल्द समस्या का समाधान नहीं होने की स्थिति में आंदोलन की भी चेतावनी दी है।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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