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शहद असली है या नकली, इन आसन तरीकों से चल जाएगा पता…

शहद की बढ़ती डिमांड से मिलावट का खेल भी बढ़ गया है। शहद पहचान होना बहुत जरूरी है। असली और नकली शहद देखने में एक जैसे होते हैं। दोनों में फर्क करना थोड़ा मुश्किल होता है। लेकिन, सही पहचान करने के कई आसान तरीके हैं। इन तरीकों से पता लगा पाएंगे कि शहद असली है नकली। हम आपको शुद्ध शहद की पहचान करने के कुछ ट्रिक्स बता रहे हैं। पानी में डालकर करें चेक
असली या नकली शहद की पहचान करने का सबसे आसान तरीका पानी में डालकर चेक करने का है। इसके लिए आपको एक कांच के गिलास में नॉर्मल या फिर गर्म पानी लेना है। अब इसमें एक चम्मच शहद डाल दीजिए। अगर यह शहद पानी की तली में बैठ जाता है तो मान लीजिए असली है। लेकिन अगर यह पानी में घुल जाता है तो इसका मतलब शहद नकली है।

पेपर से करें पहचान

शुद्ध शहद की पहचान करने की एक और तरकीब है वो है पेपर। इस टेस्ट को करने के लिए आप पेपर पर कुछ बूंदें शहद की डाल दीजिए। अगर शहद को पेपर सोख लेता है तो यह नकली है। लेकिन अगर पेपर के ऊपर शहद अपनी जगह पर ही जस का तस जमा है तो शहद शुद्ध होगा।

आग से होगी परख

आप चाहें तो पानी और पेपर के अलावा आग से भी शहद की शुद्धता की परख कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले एक मोमबत्‍ती जलाएं और फिर एक लकड़ी में रूई लपेटकर उस पर शहद लगा लें। अब इस शहद लगी लकड़ी को मोमबत्ती की आंच पर रखें। अगर रुई जलने लगती है, तो इसका मतलब शहद शुद्ध है। लेकिन जलने में वक्त लगता है तो शहद में किसी चीज की मिलावट होगी।

शहद के तार भी चलेगा पता

शहद की शुद्धता की जांच आप अंगूठे और उंगली से भी कर सकते हैं। इसके लिए शहद की एक बूंद को अंगूठे और उंगली के बीच में चिपका लीजिए। अब अंगूठे और उंगली को अलग करके बीच में बनने वाली तार को देखिए। अगर शहद असली है तो तार मोटा बनेगा और अंगूठे पर जमा रहेगा। लेकिन मिलावटी हुआ तो पतला तार बनकर शहद बहने लगेगा।

ब्रेड से पहचान

ब्रेड की मदद से भी असली और नकली शहद की पहचान की जा सकती है। जिसके लिए आप ब्रेड पर शहद को अच्‍छी तरह से लगाकर 5 मिनट तक के लिए छोड दें। थोड़ी देर बाद अगर ब्रेड मुलायम या गीला हो जाता है तो इसका मतलब शहद मिलावटी है। वहीं, अगर असली है तो 5 मिनट बाद भी ब्रेड पर शहद जैसे लगाया है, वैसा ही दिखेगा।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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