Friday , 22 November 2024
Breaking News

उत्तराखंड : किसी की चाय मत पीना, वरना हो जाएगा ऐसा हाल…

हरिद्वार: आप सभी हर दिन कहीं ना कहीं यात्रा करते ही होंगे। यात्रा के दौरान आप कई तरह के अनजान लोगों से मिलते हैं। कई बार ये अनजान लोग सही भी होते हैं। लेकिन, कई बार इनके चक्कर में पड़ना महंगा पड़ सकता है। इसलिए बस और ट्रेन में चेतावनी भी लिखी रहती है कि किसी अनजान से कुछ भी खाने-पीने की चीजें ना लें। बावजूद लोग नहीं मानते और ठगों के जाल में फंस जाते हैं।

बसों में जहरखुरानी गिराहों की बातें तो आपने खूब सुनी होंगी। लेकिन, हरिद्वार में एक ऐसा मामला भी सामने आया है, जिसके बारे में जानकार आप हैरान रह जाएंगे। ये खबर हम केवल इसलिए आपतक पहुंचा रहे हैं कि कहीं आप भी किसी के झांसे में ना फंस जाओ। अगर आपको भी लगाता है कि हमने ठीक किया तो खबर को जरूर शेयर करें और लोगों को जागरूक बनाएं।

मामला हरिद्वार का है। कहने को धर्मनगरी है, लेकिन पापी यहां भी पाप करने से नहीं डरते। दरअसल, घनसाली से एक पहरवार हरिद्वार आया था। इनमें एक महिला और तीन पुरुष शामिल हैं। पहाड़ के लोग अक्सर सीधे होते हैं और आसानी से ठगों के चक्कर में फंस जाते हैं।

यहां भी ऐसा ही हुआ। इनको बस अड्डे के पास एक ऑटो वाला मिला। कुछ देर बातों में उलझाने के बाद उसने चारों को चाय ऑफर की और वो उसके जाल में फंस भी गए। नेपाली मूल का ऑटो वाले ने चालाकी से चाय में कुछ नशीली दवा मिला दी। उसने चारों को ऑटो में बिठाया और बैरागी कैंप में बेहोशी क हालत में छोड़कर चला गया।

लोगों ने चारों को बेहोश देखकर पुलिस को सूचना दी। उनके साथ लूटपाट भी हुई है। हालांकि, पुलिस इससे इनकार कर रही है। पुलिस का कहना है कि जांच चल रही है। लेकिन, सवाल यह है कि जिसने उनको नशीली चाय पिलाई, उसका मकसद तो साफ था कि लूटपाट ही करेगा। वरना कोई किसी के साथ ऐसा क्यों करेगा? बहरहाल पुलिस जांच कर रही है।

चारों ने होश में आने के बाद बताया कि बस अड्डे के पास एक नेपाली मूल का युवक मिला। उसने उन्हें बातों में उलझाकर नशीली चाय पिला दी। इसके बाद ऑटो से उन्हें बैरागी कैंप कनखल ले गया। जहां चारों बेहोश हो गए। यात्रियों ने पुलिस को बस अड्डे के पास एक नेपाली मूल के युवक के मिलने की जानकारी दी है। साथ ही मोबाइल फोन और नकदी भी लूटने की बात बताई है।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

Check Also

खतरनाक हुआ आलू, मुनाफाखोर पुराने को केमिकल से बना रहे नया, पढ़ें ये रिपोर्ट

आलू तो आप खाते ही होंगे। आलू एक ऐसी सब्जी है, जो किसी भी सब्जी …

error: Content is protected !!