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उत्तराखंड: रूस-यूक्रेन युद्ध विराम के लिए अनुष्ठान, औरंगजेब की मौत के लिए हुआ था मंदिर निर्माण

हरिद्वार: देवभूमि में कई ऐसे मंदिर हैं, जिनकी मान्यता पूरी दुनिया में हैं। केवल मान्यताएं ही नहीं, लोगों की मन्नतें भी पूरी होती रही हैं। इसलिए इन मंदिरों पर लागतों को ने सही मायनों में जो मांगा वो पाया है। यही कारण है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल ने हरिद्वार पहुंचकर मंदिर में अर्जी लगाई है। यह अर्जी किसी के एक देश की जीत के लिए नहीं, बल्कि दोनों देशों के बीच शांति के लिए है।

यह अर्जी हरिद्वार के कनखल स्थित प्राचीन ‘मुकदमा जिताओ हनुमान मंदिर’ में लगाई गई है। ऐसा पहली बार हुआ है कि यहां किसी ने जीत के लिए नहीं बल्कि शांति और अपनों की सलामती के लिए अर्जी लगाई है। रूस और यूक्रेन के 28 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने बजरंग बली के दरबार में मत्था टेककर युद्ध विराम की प्रार्थना की।

दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल ने शांति एवं अमन के लिए पूजा-अर्चना करवाई। रूस से 12 और यूक्रेन से 16 लोगों का दल 22 फरवरी से 28 फरवरी तक ज्योतिष शास्त्र के एडवांस कोर्स की कार्यशाला में शामिल होने ऋषिकेश आया था। दोनों देशों का प्रतिनिधिमंडल अब हरिद्वार पहुंचा और कनखल स्थित ज्योतिषाचार्य डॉ. प्रतीक मिश्रपुरी के आवास पर ठहरा। प्रतिनिधिमंडल ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर चिंता जताई। इसके बाद दल के प्रतिनिधि कनखल स्थित मुकदमा जिताओ हनुमान मंदिर पहुंचे।

युद्ध विराम की प्रार्थना और अपनों की सलामती के लिए पूजा अर्चना कराई। यूक्रेन और रूस के प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से विशेष अनुष्ठान कराया। इसके बाद रूस का 12 सदस्यीय दल दिल्ली रवाना हो गया और रूस लौट जाएगा। वहीं, यूक्रेन के 16 लोग वृंदावन चले गए। यहां एक दिन बिताने के बाद वे पोलैंड, जॉर्जिया, बेलारूस जाएंगे।

कनखल स्थित प्राचीन मुकदमा जिताओ हनुमान मंदिर के प्रति लोगों की गहरी आस्था है। बताया जाता है कि मंदिर का निर्माण 1692 में मुगल शासक औरंगजेब की मृत्यु की प्रार्थना के लिए चंडी प्रसाद मिश्रपुरी की ओर से कराया गया था। तीन मार्च 1707 में औरंगजेब की मृत्यु के बाद हनुमान मंदिर का नाम मुकदमा जिताओ हनुमान मंदिर पड़ गया। 1993 में मंदिर का जीर्णाेद्धार हुआ।

यहां श्रद्धालु अपने मुकदमे जीतने के लिए अर्जी लगाकर प्रार्थना करते हैं। सुनील दत्त और सलमान खान के पीए तक यहां आ चुके हैं। संजय दत्त के खिलाफ टाडा लगने पर सुनील दत्त हरिद्वार आए और मंदिर में प्रार्थना की जबकि सलमान खान के काले हिरण के शिकार के मुकदमे में उनके पीए मंदिर में प्रार्थना करने आए। इनके अलावा कई अन्य नामी हस्तियां मंदिर में अपनी अर्जी लगा चुकी हैं।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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