नैनीताल: मैदानी इलाकों में तापमान लागों के पसीने छुड़ा रहा है। लेकिन, पहाड़ क्षेत्रों में बारिश कहर बरपा रही है। पिछले कुछ दिनों में उत्तरकाशी से लेकर नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ तक कुछ इलाकों में बारिश ने खूबर कहर बरपाया है। जिस तरह से बारिश एक ही इलाके में ही हो रही है। वह चिंतत करने वाला है।
बुधवार को भवाली-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग पर क्वारब क्षेत्र में बारिश में एनएच पर मलबा गिरने से बुधवार की शाम चार से सात बजे तक यातायात बंद रहा। इसके चलते अल्मोड़ा और हल्द्वानी आने-जाने यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
दुकानों में बारिश का पानी घुस गया। जिससे दुकान में रखा सामान खराब हो गया। शात सात बजे मलबे को हटाकर यातायात सुचारू किया गण। पहाड़ी से पत्थरों को गिरता देख पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने सड़क को वनवे कर वाहनों को उन्हें आगे के लिए रवाना किया। वहीं क्वारब स्थित कलमठ पर मलबा आने से सड़क क्षतिगस्त हो गई। जिससे वाहन चालकों, यात्रियों और सैलानियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
कोश्याकुटौली के एसडीएम बीसी पंत ने बताया कि राजस्व टीम को मौके पर भेजा गया है। फिलहाल किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सड़क पर आए मलबे को जेसीबी से हटाकर यातायात सुचारू किया गया।
भीमताल, भवाली, मुक्तेश्वर, गरमपानी में बुधवार को करीब एक घंटे हुई जोरदार बारिश से भीमताल, भवाली, ओखलकांडा, बेतालघाट, गरमपानी, मुक्तेश्वर, धारी और रामगढ़ क्षेत्र की सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं। सड़क पर जलभराव होने से व्यापारियों, पैदल राहगीरों और वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं एक ही बारिश ने नगर पालिका की पोल खोल कर रख दी।
मुक्तेश्वर, रामगढ़, धारी, भीमताल, धानाचूली, बेतालघाट के किसानों ने बताया कि बारिश होने से खेतों में लगी फसलों को अच्छी नमी मिली है। इससे फसलों का उत्पादन थोड़ा बढ़ने की उम्मीद है।