Monday , 16 June 2025
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उत्तराखंड : टुकटुक चलाने वाले की बेटी बनेगी बॉक्सर, यहां के लिए हुआ चयन

हल्द्वानी: कहते हैं मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया हल्द्वानी की गौलापार की रहने वाली भूमिका बृजवासी ने। बॉक्सिंग में अपने पंच का जलवा बिखेर कर बालिका बॉक्सिंग स्पोर्ट्स होस्टल पिथौरागढ़ में अपनी जगह बना ली है।

हल्द्वानी के गौलापार क्षेत्र की रहने वाली 16 वर्षीय भूमिका बृजवासी एक किसान की बेटी है, जिसका सपना था बॉक्सिंग में जाना और अपने सपनों के साथ ही अपने पिता भुवन बृजवासी के सपनों को पूरा करना है।

भूमिका बृजवासी लगभग 2 सालों से पीएस बॉक्सिंग एकेडमी गोलापार में निशुल्क बॉक्सिंग का प्रशिक्षण ले रही थी, जिसके बाद हाल ही में हुए। रुद्रपुर में ट्रायल में उनका बालिका बॉक्सिंग स्पोर्ट्स होस्टल पिथौरागढ़ में चयन हो गया है।

बॉक्सर भूमिका बृजवासी ने अपनी सफलता के पीछे पीएस बॉक्सिंग एकेडमी का बड़ा योगदान बताया है। उन्होंने कहा कि पीएस बॉक्सिंग अकैडमी में मिले प्रशिक्षण के बाद ही उन्हें यह मुकाम हासिल हुआ है जिसके बाद उन्होंने इस बड़ी सफलता के पीछे अपने पिता भुवन बृजवासी को श्रेय दिया है।

उन्होंने कहा कि उनके पिता एक छोटे किसान हैं, जिन्होंने दिन रात एक कर अपनी बेटी को आगे बढ़ाने के लिए जो हौसला दिखाया है। वह आज पूरे प्रदेश में प्रेरणा का स्रोत बन गया है भूमिका ने बताया उनके पिता अपनी बेटी को आगे बढ़ाने के लिए खेती किसानी के साथ-साथ ई-रिक्शा भी चलाते।

ताकि उनकी बेटी खेल जगत में आगे बढ़ सके और अपने परिवार के साथ साथ उत्तराखंड और पूरे भारत देश का नाम रोशन कर सकें। वही पीएस बॉक्सिंग अकैडमी के पूरे परिवार ने भूमिका को उनकी सफलता पर शुभकामनाएं दी।

इस मौके पर उत्तराखंड बॉक्सिंग एसोसिएशन के आजीवन अधक्षयक मुखर्जी निर्वाण, उत्तराखंड बॉक्सिंग के टेक्निकल एडवाइजर व एशियन मेडलिस्ट दबेंद्र प्रकाश भट्ट, उत्तराखंड बॉक्सिंग के महासचिव गोपाल सिंह खोलिया, उत्तराखंड बॉक्सिंग के कोषाध्यक्ष नवीन टम्टा, इंटरनेशनल रेफरी जज संजीव पौरी, जोगेंद्र सौंन, उत्तराखंड बॉक्सिंग के आरओसी चैयरमैन जोगेंद्र बोरा, ललित मोहन कुंवर, डॉ. भुवन तिवारी व पीएस बॉक्सिंग एकेडमी के संयोजक शैलेन्द्र भंडारी व प्रकाश शर्मा ने भूमिका के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.
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