कोटद्वार: नगर निगम कोटद्वार निगम बनने से पहले भी चर्चाओं में रहा और निगम बनने के बाद भी खूब चर्चाओं में हैं। नगर निगम की मेयर पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी की पत्नी हैं। निगम के खाते से 23 लाख रुपये गायब होने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। सवाल यह है कि पिछले दो महीने में पैसे निकाले गए और किसी को पता भी नहीं चला? आखिर ऐसा कैसे हो सकता है।
बैंक आफ इंडिया में नगर निगम का खाता है। इस खाते से दो बार चेक जारी की गई हैं। पहली चेक बुक 2005 और दूसरी चेक कुछ 2018 में जारी की गई थी। इन दोनों चेक बुकों पर लेखाधिकारी और नगर आयुक्त के जाली साइन करके पैसा निकाला गया। यहां एक और सवाल यह भी है कि चेक कुछ से अलग-अलग चेक कटे होंगे, उनको किसी को पता क्यों नहीं लगा? क्या चेक बुक चोरी हो गई ? अगर चोरी हुई थी तो उसकी रिपोर्ट क्यों दर्ज नहीं कराई गई?
नगर आयुक्त की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नगर निगम की मानें तो इन चेकबुकों के संबंध में निगम प्रशासन के पास कोई जानकारी नहीं थी। दो-तीन दिन पूर्व खातों की जांच के दौरान पता चला कि इन चेकबुकों के जरिये बैंक से लगभग 23 लाख की धनराशि निकाली की गई। जानकारी के अनुसार यह धनराशि पिछले दो महीनों में निकाली गई।
इसको लेकर जब बैंक से जानकारी ली गई, ता निगम के अधिकारी भी हैरान रह गए। चेकों में नगर आयुक्त के साथ ही लेखाधिकारी के नकली हस्ताक्षर थे। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर आयुक्त पीएल शाह ने कोटद्वार थाने में पूरे मामले की लिखित जानकारी दी। पुलिस के अनुसार तहरीर के आधार पर छह अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। नगर निगम भी इस मामले में अपने स्तर से जांच करेगा।