रुद्रप्रयाग : कोरोना काल में कई कहानियां सामने आ रही हैं। ये वो कहानियां हैं, जो लोगों को हौसला देती हैं। अपनी माटी और गांव की चिंता सात समंदर पार रह रहे अंकुश ममगाईं को भी सता रही थी। जनपद रुद्रप्रयाग विकासखंड जखोली ग्राम ममनी में 24 मई को 6 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले थे। इसकी जानकारी यूनिवर्सिटी ऑफ़ ग्रेनोबल फ्रांस से PHD कर रहे अंकुश ममगाईं ने तुरंत खुद ही गांव के लोगों की जिम्मेदारी उठाने का फैसला लिया।
अंकुश ने अपने बड़े भाई से प्रेरित होकर अपने गांव में कोरोना संक्रमित लोगों की मदद के लिए 4 ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, 500 मास्क और 200 सैनिटाइजर भिजवाए हैं। उन्होंने अपनी फेलोशिप की धनराशि से अपने खर्चों में कटौती कर यह सामग्री अपने रिश्तेदार जिला पंचायत सदस्य भारत भूषण भट्ट के माध्यम से अपने गांव भिजवाई है।
उनके बड़े भाई आशीष ममगाईं THDC भागीरथीपुरम में कार्यरत हैं और उत्तराखंड कोविड हेल्थ सेंटर से जुड़कर कोविड से संक्रमित लोगों की मदद कर रहे हैं। इनके माता-पिता अपने बच्चों की इस निस्वार्थ सेवाभाव से काफी खुश हैं। इनके पिता गुरु प्रसाद ममगाईं द्वारा क्षेत्र के युवाओं से अनुरोध किया है कि वे भी अपने क्षेत्र के कोरोना से संक्रमित लोगों की मदद के लिए आगे आएं और देश को कोरोना मुक्त कराने में अपना योगदान दें।