गौरीकुंड: भारी बारिश और भूस्खलन के कारण लगातार संकट मंडरा रहा है। पिछले कुछ दिनों में भूस्खलन के चलते कई लोगों की जानें जा चुकी हैं। गौरीकुछ में 23 लोग लापता हो गए थे। जिनका अब तक पता नहीं चल पाया है। अब गौरीकुंड में एक और हादसा हो गया। भूस्खलन के कारण तीन बच्चे मलबे में दब गए थे, जिनमें से दो बच्चों की मौत हो गई है। रुद्रप्रयाग पुलिस ने इसकी पुष्टि की है।
जानकारी के अनुसार हादसा आज सुबह हुआ है। सुबह करीब लगभग पांच बजे गौरी गांव में भारी भूस्खलन होने से तीन बच्चे मलबे में दब गए। तीनों बच्चों को मलबे से निकाला गया, जिनमें से दो बच्चों की मौत हो गई। एक बच्चे का उपचार चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ बारिश के चलते कोटद्वार में एक बस मलबे में फंस गई।
बुधवार सुबह गौरी गांव में नेपाली मूल के तीन बच्चे भूस्खलन की चपेट में आने से मलबे में दब गए। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से तीनों बच्चों को मलबे से निकाला गया। आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि इन बच्चों को गौरीकुंड हॉस्पिटल में उपचार के लिए लाया गया, जहां दो बच्चों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि एक बच्चे का उपचार चल रहा है।
मौसम विभाग ने आज भी देहरादून सहित पांच जिलों के लिए ऑरेंज और शेष जनपदों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल और चंपावत में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
इन जनपदों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जनपदों में कहीं-कहीं गर्जना के साथ बिजली चमकने और तीव्र बारिश होने की संभावना है। हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में भी कहीं-कहीं भारी बारिश की आशंका हैं।