Friday , 22 November 2024
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काम की खबर: मोबाइल तो आप भी चलाते ही होंगे, ये खबर भी आपके लिए ही है…पढ़ें

  • लाइफस्टाइल

आजकल मोबाइल शहर से लेकर गांव तक हर किसी के पास है। बच्चे से लेकर बूढ़े तक सभी मोबाइल चलाते हैं। आप इस वक्त खबर पढ़ रहे होंगे, तो ध्यान से पढ़िएगा क्योंकि ये खबर आपके फोन और आपकी सेहत से जुड़ी है और सही सेहत हर किसी को अच्छी लगती है।

अगर आपको भी ये गंदी आदत है, तो आज ही छोड़ दीजिए और अपनी सेहत को सही रखने के लिए आज से ही नई आदत बना लें। वरना आपको भी बीमारी हो सकती है। दरअसल, नॉर्डवीपीएन के एक अध्ययन के अनुसार 10 में से छह लोग अपना फोन को वॉशरूम में ले जाते हैं, खासकर ये नए उम्र के लोगों में देखने को मिलता है। रिसर्च में भाग लेने वालों में से 61.6 प्रतिशत ने स्वीकार किया कि वे टॉयलेट सीट पर बैठकर अपने फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया अकाउंट चेक करते थे।

रिसर्च में आगे कहा गया है कि एक तिहाई (33.9ः) बाथरूम में करंट अफेयर्स को देखते हैं, जबकि एक चौथाई (24.5ः) अपने प्रियजनों को संदेश भेजकर – या कॉल करके उपयोग करते हैं। हालांकि स्मार्टफोन की लत को एक बुरी आदत के रूप में देखा जा सकता है, लेकिन इससे भी बुरी बात यह है कि यह आदत स्मार्टफोन को घातक बैक्टीरिया और रोगजनकों के लिए प्रजनन स्थल में बदल देती है।

जैसे-जैसे लोग खुद को टॉयलेट सीट पर व्यस्त रखते हैं, बैक्टीरिया और कीटाणु भी उनके हाथों के माध्यम से स्मार्टफोन की सतह पर अपना रास्ता खोज लेते हैं। आखिरकार, पूरे दिन लगातार स्मार्टफोन का उपयोग करने से ये बैक्टीरिया हमारे मुंह, आंखों और नाक के माध्यम से हमारे शरीर में प्रवेश कर सकते हैं।

रिपोर्ट बताती है कि मोबाइल फोन की स्क्रीन पर कीटाणु 28 दिनों तक जीवित रह सकते हैं। एक रिपोर्ट में, संक्रमण नियंत्रण विशेषज्ञ डॉ. ह्यू हेडन ने याहू लाइफ यूके को बताया। जैसा कि हम जानते हैं कि स्मार्टफोन टॉयलेट सीटों की तुलना में दस गुना अधिक कीटाणुओं को ले जा सकते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि जब हम स्मार्टफोन को छूते हैं और अपने स्मार्टफोन की स्क्रीन का उपयोग करते हैं तो इससे संक्रमण का खतरा होता है, फोन खुद ही संक्रमण का स्रोत बन जाता है। टॉयलेट सीटें स्टैफिलोकोकस ऑरियस सहित विभिन्न हानिकारक कीटाणुओं घर होती हैं। ये पेट में दर्द, दस्त, संक्रमण, फूब प्वाइजनिंग, फोड़े जैसे त्वचा संक्रमण, साइनसाइटिस जैसे श्वसन संक्रमण और अन्य जटिलताओं का कारण बन सकते हैं।

इसलिए जरूरी है कि अपने फोन को वॉशरूम में न ले जाएं। इतना ही नहीं आप अपने ईयरबड्स या अन्य गैजेट्स को वॉशरूम में अपने साथ ले जाने से हानिकारक कीटाणुओं से दूषित करने का जोखिम हो सकता है।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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