भारत ने पेरिस ओलंपिक 2024 में ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है. भारतीय हॉकी टीम ने गुरुवार को स्पेन को 2-1 से हराकर यह मेडल जीता. भारत ने लगातार दूसरे ओलंपिक में मेडल जीता है. भारतीय हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में भी ब्रॉन्ज मेडल ही जीता था. ओवरऑल यह भारत का ओलंपिक में 13वां मेडल है. इनमें 8 मेडल तो गोल्ड ही हैं.
स्पेन के खिलाफ प्लेऑफ मुकाबले में भारत की जीत के हीरो कप्तान हरमनप्रीत सिंह रहे. उन्होंने मैच में दो गोल किए. इस जीत के साथ ही भारत ने अपने दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश को ओलंपिक मेडल से विदाई दी गई.भारत की दीवार कहे जाने वाले पीआर श्रीजेश ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि यह उनका आखिरी मैच है. इसके बाद वे संन्यास ले लेंगे.
पिछले 52 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है जब भारत ने लगातार 2 ओलंपिक खेलों में मेडल जीता है. स्पेन के खिलाफ मैच की बात करें तो भारत के लिए दोनों गोल कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने किए. उन्होंने 2 बार पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील किया.
1972 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब भारतीय हॉकी टीम ने लगातार 2 ओलंपिक मेडल जीते हैं. टोक्यो ओलंपिक्स और पेरिस ओलंपिक्स में भी ब्रॉन्ज मेडल जीतकर टीम इंडिया ने इतिहास रच डाला है. बता दें कि 1950, 1960 और 1970 के दशक में भी भारत का हॉकी पर दबदबा हुआ करता था.
भारतीय हॉकी टीम ने लगातार मेडल जीतने की शुरुआत 1948 के ओलंपिक खेलों से की थी. 1948 के बाद टीम इंडिया ने हॉकी में 1972 तक कोई ना कोई मेडल जरूर जीता था. यानी भारत के नाम लगातार 7 ओलंपिक खेलों में हॉकी मेडल जीतने का भी रिकॉर्ड है. 1948 से 1972 के बीच भारत ने हॉकी में 3 गोल्ड, 3 ब्रॉन्ज और एक सिल्वर मेडल जीता था.
भारत का हॉकी में 13वां मेडल
ओलंपिक खेलों की बात करें तो भारत को सबसे ज्यादा सफलता हॉकी में ही मिली है. 2024 में भारतीय हॉकी टीम ने अपना कुल 13वां ओलंपिक मेडल जीता है. इसके बाद शूटिंग आती है, जिसमें भारत को 7 ओलंपिक मेडल मिले हैं. वहीं भारत के सबसे ज्यादा ओलंपिक गोल्ड मेडल भी हॉकी में ही आए हैं. टीम इंडिया ने इस खेल में आज तक कुल 8 बार स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया है.