Friday , 22 November 2024
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Avalanche in Uttarkashi: हिमस्खलन की चपेट में आये 10 शव बरामद, 14 घायलों का रेस्क्यू, लापता पर्वतारोहियों की खोजबीन जारी

Avalanche in Uttarkashi Uttarakhand: उत्तराखंड के सीमान्त जिले उत्तरकाशी के डोकरानी बामक ग्लेश्यिर में द्रोपदी डांडा-2 (Draupadi Ka Danda Avalanche) पहाड़ी पर बड़ा हादसा हुआ है। उच्च हिमालयी क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए निकला पर्वतारोहियों का दल यहाँ मंगलवार सुबह हिमस्खलन की चपेट में आ गया। इस दल में 40 से ज्यादा लोग थे, जिनमे से अब तक रेस्क्यू टीम ने 10 शव बरामद किये हैं। 14 घायलों को रेस्क्यू किया गया, जबकि कई लापता हैं, SDRF, NDRF और Indian Air Force रेस्क्यू कार्य में लगी हुई हैं।

 

उत्तराखंड पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, डांडा-2 हिमस्खलन में रेस्क्यू टीम ने 10 शव बरामद किये हैं। वहीं हादसे में उत्तरकाशी के लोंथरू गांव की एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल और भुक्की गांव की नौमी की मौत भी हुई है। 14 घायलों को ITBP मातली कैम्प ले जाया गया था, जिनमें से मामूली रूप से 09 घायलों को वापस NIM भिजवाया गया। 05 को जिला अस्पताल, उत्तरकाशी में भर्ती कराया गया। वहीं लापता लोगों की तलाश जारी है। लापता सदस्यों के एवलांच में दबने और ग्लेशियर के बीच बड़ी दरारों (क्रेवास) में फंसे होने का अनुमान है। मंगलवार को वायुसेना की टीम की अगुआई में लापता सदस्यों की खोजबीन की गई है, लेकिन मौसम के कारण खोजबीन में बाधा आती रही। बुधवार सुबह फिर से अभियान शुरू किया गया।

रेस्क्यू किये गए व्यक्तियों की सूची:

दीप सिंह पुत्र कन्हैया लाल, गुजरात।
रोहित भट्ट पुत्र जगदम्बा प्रसाद, टिहरी गढ़वाल।
सूरज सिंह, उत्तरकाशी।
सुनील लालवानी पुत्र बालचंद, मुम्बई।
आकाश पुत्र मुन्नालाल, मुम्बई।
अनिल कुमार (नायब सूबेदार, निम) पुत्र विद्याधर सिंह, राजस्थान।
मनीष अग्रवाल, दिल्ली।
कंचन सिंह, चमोली।
अंकित सिंह, देहरादून।
प्रदीप कुमार, पश्चिम बंगाल।
अंकुर शर्मा, देहरादून।
राकेश राणा, उत्तरकाशी। (प्रशिक्षक)
बबीता, उत्तरकाशी। (प्रशिक्षक)
रेखा, उत्तरकाशी। (प्रशिक्षक)

गौरतलब है कि, उत्तरकाशी के नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (Nehru Institute of Mountaineering – NIM) की 41 पर्वतारोहियों की टीम द्रौपदी का डांडा (Draupadi ka Danda) पीक पर फतह करने गई थी। 18,934 फीट ऊंची पीक पर फतह भी कर लिया। टीम अपने ट्रेनर्स के साथ नीचे लौट रही थी, अभी सिर्फ 17 हजार फीट के करीब पहुंचे ही थे कि, हिमस्खलन (Avalanche) की चपेट में आ गए।

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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