मध्य प्रदेश के सागर जिले में दर्दनाक हादसा हुआ है। शाहपुर में 50 साल पुरानी दीवार गिरने से 9 बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई। बच्चों की मौत के बाद से पूरा क्षेत्र गम में डूब गया है। शाहपुर में हरदौल मंदिर में शिवलिंग निर्माण एवं भागवत कथा का आयोजन चल रहा है। सावन के महीने में मंदिर में सुबह से शिवलिंग बनाने का काम चल रहा था। शिवलिंग बनाने के लिए आठ से 14 साल के बच्चे भी पहुंचे थे। बच्चे जब शिवलिंग बना रहे थे, तभी मंदिर परिसर के बगल वाली कच्ची दीवार भरभराकर गिर गई। दीवार करीब पचास साल पुरानी थी।
मची चीख-पुकार
दीवार मिट्टी का शिवलिंग बना रहे बच्चों के ऊपर सीधी गिरी, जिससे एक साथ नौ बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई। मौके पर चीख-पुकार मच गई। वहां मौजूद लोगों ने तत्काल मलबे को हटाने का काम शुरूकर दिया, जिसके बाद नीचे दबे बच्चों को निकाला गया। नगर परिषद और पुलिस राहत कार्य में लगे हुए हैं। दुर्घटना की सूचना मिलने के बाद रहली के विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव भी मौके पर पहुंच गए।
सागर में भारी बारिश
जानकारी के मुताबिक मंदिर परिसर के पास ही करीब 50 साल पुरानी दीवार जर्जर हो चुकी थी। इसके बाद भी दीवार को गिराया नहीं गया। सागर में इन दिनों भारी बारिश हो रही है। 24 घंटे के अंदर ही यहां 104 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। ऐसे में बारिश से कच्चे व जर्जर मकानों को खतरा बना हुआ है।
अस्पताल में नहीं मिले डॉक्टर
हादसे के बाद आनन-फानन में लोग घायल बच्चों को लेकर शाहपुर अस्पताल पहुंचे, लेकिन अस्पताल में एक भी डॉक्टर नहीं मिला। केवल एक कर्मचारी वहां मौजूद था। इसको लेकर क्षेत्रवालों ने इस पर नाराजगी जाहिर की। लोगों ने कहा कि यहां जो डॉक्टर हैं, वे कभी-कभार भी आते हैं जो दस्तखत करके चले जाते हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में जब बच्चों को लाया गया तो मरहम-पट्टी करने वाला भी मौजूद नहीं था।