उत्तरकाशी : जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जिला शिक्षा अधिकारी को राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय धारी कफनोल में अन्य विद्यालयों से दो शिक्षकों की तैनाती करने के साथ ही ड्यूटी में अनियमितता बरतने वाले दो शिक्षकों का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने कहा है कि सभी आदर्श विद्यालयों में मानक के अनुसार शिक्षकों की तैनाती सुनिश्चित करने के लिए महानिदेशक विद्यालय शिक्षा को पत्र भेजा जाएगा और किसी भी विद्यालय में पठन-पाठन को प्रभावित नही होने दिया जायेगा।
नौगांव ब्लॉक के राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय धारी कफनोल में मानक के अनुसार नियमित अध्यापकों की तैनाती की मांग को लेकर विद्यालय के छात्रों और उनके अभिभावकों ने आज जिलाधिकारी से भेंट कर बताया कि इस विद्यालय में मात्र एक नियमित अध्यापक तैनात है और दो अध्यापक अन्यत्र से संबद्ध किए गए हैं। अभिभावकों ने कहा कि सम्बद्ध अध्यापक नियमित रूप से विद्यालय में नहीं आते हैं। जिलाधिकारी में इस मामले में तत्काल जिला शिक्षा अधिकारी को बुलाकर वस्तुस्थिति की जानकारी ली।
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि इस विद्यालय में अध्यापक के पांच पद स्वीकृत है जिसके सापेक्ष वर्तमान में एक अध्यापक की नियमित तैनाती है और दो अध्यापक अन्य विद्यालयों से सम्बद्ध किये गए हैं। इसके अलावा एक शिक्षा मित्र भी इस विद्यालय में तैनात हैं। इस प्रकार इस विद्यालय में अभी कुल चार अध्यापक हैं।
जिलाधिकारी ने राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय धारी कफनोल में सम्बद्ध किये गए अध्यापकों के द्वारा नियमित रूप से इस विद्यालय में सेवाएं न दिए जाने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए इन दोनों अध्यापकों का वेतन रोकने और जवाब तलब करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि स्थाई तैनाती होने तक इस विद्यालय में जल्द ही अन्यत्र विद्यालयों से दो अध्यापक की व्यवस्था की जाएगी।
इसके लिये जिलाधिकारी ने मौके पर ही जिला शिक्षा अधिकारी अमित कोटियाल को आदेश देने के साथ ही जिले के सभी आदर्श विद्यालयों में छात्रों की संख्या और अध्यापकों की तैनाती का विवरण प्रस्तुत करने को कहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले के सभी आदर्श विद्यालयों में मानक के अनुसार अध्यापकों की तैनाती के लिए महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा को पत्र भेजा जाएगा।
जिलाधिकारी ने जिले में एकल शिक्षक वाले विद्यालयों के साथ ही शिक्षकों के अटैचमेंट का ब्यौरा भी प्रस्तुत करने के निर्देश देते हुए जिला शिक्षा अधिकारी को कहा कि किसी भी विद्यालय में पठन-पाठन का कार्य प्रभावित न हो अधिकारी यह सुनिश्चित करें।