टिहरी: जम्मू-कश्मीर के पुंछ इलाके में मुठभेड़ के दौरान टिहरी जिले के नरेंद्र नगर तहसील के रामपुर गांव निवासी सुबेदार अजय रौतेला शहीद हो गए थे। आज सुबह उनका पार्थिव शरीर सुबह रामपुर गांव पहुंचा, जहां पर परिजनों ने अंतिम दर्शन किए। उनके दोनों बेटों ने अपने पिता को पुष्पचक्र अर्पित किए।
पाकिस्तान के खिलाफ स्थानीय लोगों में भी काफी आक्रोश देखने को मिला। स्थानीय लोगों ने भारत सरकार से मांग की है कि वह सीमा पर जवानों को खुली छूट दे। फौजियों को खुली आजादी दी जानी चाहिए, जिससे पाकिस्तान के नापाक इरादें सफल ना हो पाएं।
लोगों का गुस्सा पाकिस्तान के खिलाफ साफ नजर आ रहा था। भारत को पाकिस्तान के साथ एक बार आर-पार की लड़ाई लड़नी चाहिए। पाकिस्तान को अपनी शक्ति दिखानी चाहिए। क्योंकि बार-बार इस तरह से जवानों की शहदात से तो बढ़िया है कि एक बार में ही हिसाब-किताब पूरा कर लिया जाए।
पार्थिव शरीर गांव पहुंचने पर घर में गमगीन माहौल हो गया है। उनकी पत्नी ने पार्थिव शरीर को चूमते हुए नमन किया और कहा मैं भी अपने बेटों को एनडीए के लिए तैयार करूंगी। उन्होंने कहा कि जो सपना अजय ने देखा था। मैं भी अपने बेटों को फौज में भर्ती करवाऊंगी। अजय रौतेला हमेशा अपने बच्चों को यही प्रेरणा देते थे कि आप एनडीए की तैयारी के लिए प्रेरित करते थे।