टिहरी : टिहरी गढ़वाल के सुदूरवर्ती गांव हेरवाल गांव में 10 से 12 मार्च तक गांव-वापसी संवाद उत्तराखंड@2047आयोजित किया गया। हेरवाल गांव में गांव-वापसी संवाद कार्यक्रम में उत्तराखंड के तमाम जानकारों को आमंत्रित किया गया था, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। और उत्तराखंड में गांव से लगातार हो रहे पलायन पर भी समय-समय पर सरकार को सुझाव भी दिए और चेताया भी।
इस आयोजन में प्रसिद्ध साहित्यकार लोक के चितेरे महावीर रवांल्टा ने लोक साहित्य एवं संस्कृति विषय पर अपने विचार रखे। संवाद के विभिन्न सत्रों में अनेक स्थानों से आंमत्रित लोगों ने भी अपने विचार रखे।
लोक साहित्य के क्षेत्र में सराहनीय कार्य के लिए उनको ‘भगीरथ सम्मान- 2023’ से सम्मानित किया गया। महावीर रवांल्टा किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं।
उनकी अब तक 35 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। जिनमें रवांल्टी में कविता संग्रह भी शामिल हैं। हाल ही उनकी लघु कहानी का बांग्ला भाषा में भी अनुवाद हुआ है।
विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय अवदान के लिए भगीरथ सम्मान,शिक्षा के क्षेत्र में महर्षि वेदव्यास सम्मान,नारी शक्ति को घस्यारी देवी सम्मान, रमोली क्षेत्र से जुड़ी प्रतिभाओं को रमोली सम्मान से सम्मानित किया गया।
सत्रों का कुशल संचालन कार्यक्रम के आयोजक व ग्रीन स्कूल अहमदाबाद (गुजरात) के संस्थापक वीरेंद्र रावत ने किया। आयोजन में उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता वीरेंद्र रावत व कृष्णा तिवारी की सक्रियता बराबर बनी रही।