सितारगंज: सिख परिवार ने जिस इमरान को रोजगार दिया। दो साल बाद वही उनकी बेटी को भगा ले गया। इतना ही नहीं, उसने खुद को हिंदू बताकर आर्य समाज मंदिर में डरा-धमकाकर शादी भी कर ली। लव जिहाद का यह मामला पंडरी में सामने आया है। निकाह में दिक्कत हुई तो दिल्ली आर्य समाज मंदिर में खुद का नाम राहुल बताकर शादी रचा ली। इस बीच सितारगंज पुलिस ने दबाव बनाया तो वो शादी का प्रमाण पत्र लेकर पुलिस के पास पहुंच गया।
असल में आर्य समाज मंदिर में शादी के लिए दोनों पक्ष हिंदू होने चाहिए। इसके अतिरिक्त और किसी शर्त की जरूरत नहीं होती। स्पेशल मैरिज एक्ट के प्रविधान जिसमें नोटिस जारी करना, पब्लिक नोटिस जारी करना, शादी को लेकर ऐतराज मांगना आदि शर्त आर्य समाज मंदिर में होने वाली शादी पर लागू नहीं होता। यही कारण है कि घर से सिख युवती को भगाने के बाद इमरान सीधे दिल्ली पहुंचा और वहां खुद को हिंदू बता शादी कर ली।
इमरान चार अप्रैल को ही युवती को लेकर फरार हो गया था। युवती की मां ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। मंगलवार को अचानक इमरान युवती के साथ कोतवाली पहुंचा। उसने पुलिस को शादी का प्रमाण पत्र दिखाया। गैर मुस्लिम युवती को लेकर भागे इमरान ने कार्रवाई से बचने के लिए पुलिस के समक्ष धर्म परिवर्तन की कहानी बयां कर दी। हालांकि वह इसका प्रमाण नहीं दे सका कि किसने उसका धर्म परिवर्तन कराया और कहां कराया।
पुलिस ने बताया कि दोनों को न्यायालय में पेश किया गया। कोर्ट ने युवती का पक्ष सुना है। आगे की सुनवाई बुधवार (आज) होगी, फिर जैसा कोर्ट का आदेश होगा कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल युवती बालिक है। इमरान ने सुरक्षा को लेकर कोर्ट में अपील की है, जो कि अभी विचाराधीन है।