बाजपुर : लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचल कर मार डालने का मामला शांत नहीं हो रहा है। इस मामले में कांग्रेस, सपा, आम आदमी पार्टी समेत तमाम विपक्षी दल और संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।लखीमपुर कांड की धमक उत्तराखंड में भी नजर आई।
खासकर तराई में लखीमपुर कांड का जबरदस्त असर देखने को मिल रहा है। स्थिति यह है बाजपुर में कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे को किसानों के विरोध के चलते अपना कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा।
किसानों के विरोध को देखते हुए आनन-फानन में उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर ना आकर वर्चुअली शिलान्यास किया। शिक्षा और खेल मंत्री अरविंद पांडे अपनी विधानसभा क्षेत्र में स्टेडियम का शिलान्यास करने का कार्यक्रम रखा गया था।
जैसे ही इसकी भनक किसानों को लगी। किसानों ने अपना टेंट भी प्रोग्राम के सामने ही गाड़ दिया। माना जा रहा है कि ट्राई में भाजपा को 2022 के विधानसभा चुनाव में नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
विधानसभा गदरपुर के ग्राम खेमपुर में बुक्सा जनजाति के पूर्वज राजा जगत देव महाराज इंडोर स्टेडियम का शिलान्यास करते होना था। इसके लिए भव्य इंतजाम किए गए थे।
शिक्षा मंत्री के आने की भी पूरी तैयारी थी, लेकिन जैसे ही किसानों को जानकारी मिली उन्होंने कार्यक्रम स्थल के सामने ही अपना तंबू गाड़ दिया और जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
मजबूरी में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। उन्होंने फोन कर अपने बेटे अतुल पांडे के माध्यम से इंडोर स्टेडियम का वर्चुअली शुभारंभ किया।
इससे एक बात तो साफ है कि किसानों का आक्रोश चरम पर है और भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। वहीं, कांग्रेस भी इस पूरे मसले को भुनाने के लिए पूरी तैयारी में है।