- दिगबीर बिष्ट
उत्तरकाशी: जोशियाड़ा बैराज झील लोगों के लिए बड़ा खतरा बन गई है। जैसे-जैसे झील में पानी का स्तर बढ़ता जाता है, लोगों की सांसे अटक जाती हैं। झील का जलस्तर बढ़ने के कारण क्षेत्र के 20 परिवार रात-दिन खतरे के साये में जीने को मजबूर हैं। झील का वाटर लेवर जैसे 1104 से अधिक पहुंचता है। लोगों के घर में पानी भरना शुरू हो जाता है। पानी का रिसाव होने से मनेरी भाली द्वितीय जल विधुत निगम पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
पानी इस कदर भर जाता है कि लोगों का कमरों में रखा सारा सामान खराब हो जाता है। रोजाना लोगों को कमरों से पानी बाहर निकालना पड़ता है। इतना ही नहीं, समस्या का समाधान नहीं होने से दो-तीन परिवार अपना घर छोड़कर कहीं दूसरी जगह जाने को मजबूर हो चुके हैं। अगर हालात ऐसे ही रहे, तो अन्य लोग भी घर छोड़ने पर मजबूर हो जाएंगे।
झील से हो रही पानी के रिसाव के कारण 20 प्रभावित परिवारों के मकान, खेत, खलिहान दल-दल में फंसते जा रहे हैं। जल भराव होने से आज भी ग्रामीण परेशान नजर आ रहे हैं। लोग समाधान की मांग कर रहे हैं, जिससे उनके मकान बच सकें। कई बार मांग करने के बाद भी उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है।