बड़कोट : राजेंद्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत ने महाविद्यालय की पत्रिका युगशैल का विमोचन किया गया। इससे पहले माननीय उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने शौर्य वाॅल पर शहीदों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उसके बाद पत्रिका विमोचन कार्यक्रम शुरू किया गया।
यहां से आया युगशैल नाम
इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ. विजय बहुगुणा ने पत्रिका के शीर्षक युगशैल पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जगत ग्राम स्थित कुणिंद शासक शीलवर्मन की अश्वमेध यज्ञवेदिका में एक इष्टिका अभिलेख में युगशैल शब्द का प्रयोग हुआ है, जिसका अर्थ है…दो पहाड़ियों के बीच का प्रदेश। युगशैल शब्द कहीं न कहीं यमुना घाटी की तीन विशिष्ट संस्कृतियों का प्रतिनिधित्व करता है। युगशैल उत्तराखंड के इस क्षेत्र का सबसे प्राचीन नाम जान पड़ता है। शीलवर्मन की इन अश्वमेधयज्ञ वेदिकाओं में इस्तेमाल हुई ईंटों की बनावट के आधार पर उसका कार्यकाल 300 ईसवी के आसपास का लगता है।
14 साल बाद प्रकाशित हुई
यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत ने महाविद्यालय की पत्रिका के विमोचन के अवसर पर महाविद्यालय को शुभकामनाएं दी। महाविद्यालय के प्रचार्य ने उच्च शिक्षा मंत्री के सम्मुख महाविद्यालय की समस्याएं रखी। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय की पत्रिका 14 साल बाद प्रकाशित हुई ह,ै जिसमें यमुना घाटी की तीन विशिष्ट संस्कृतियों का दस्तावेजीकरण शामिल है। यह पत्रिका कहीं ना कहीं छात्र-छात्राओं की सृजनात्मकता को प्रतिबिंबित करती है।
सुविधाएं देने का भरोसा
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने उपस्थित प्राध्यापकों एवं छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि महाविद्यालय की पत्रिका में सम्मिलित सभी लेख छात्र-छात्राओं की रचनात्मकता को व्यक्त करते हैं। उन्होंने छात्रसंघ अध्यक्ष ऋषभ कुमार और छात्राओं से परीक्षाओं के संबंध में प्रश्न पूछे की परीक्षाओं का संचालन किया जाए या नहीं किया जाए। सभी छात्राओं ने कहा कि अगर परीक्षाएं कराई जाती हैं, तो उनकी बेहतर तैयारी पहले से ही है। इस अवसर पर उन्होंने महाविद्यालय को उचित सुविधाएं प्रदान करने के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त की।