बड़कोट: राजेंद्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय बड़कोट में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। महाविद्यालय में एनएसएस, रोवर-रेंजर और एनसीसी के छात्र-छात्राओं के अलावा अन्य छात्र-छात्राओं ने भी प्रतिभाग किया। संगोष्ठी में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं अखिलेश, विकास, नितेश कुमार, दीक्षा, काजल, हर्षमणि, निकिता ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
सभी छात्र-छात्राओं और प्राध्यापकों ने अपनी मातृभाषा को बचाने और उसका विकास करने के अपने अस्तर पर प्रयास किए जाने की बात कही। वक्ताओं ने कहा कि हमें अपनी राष्ट्रीय भाषा हिंदी के साथ-साथ अपनी-अपनी मातृ भाषाओं का ज्यादा से ज्यादा संप्रेषण करना होगा। तभी हमारी स्थानीय और क्षेत्रीय भाषाओं का प्रचार प्रसार हो सके। हमें अपनी मातृभाषा में बात करने में कोई झिझक नहीं होनी चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन रोवर-रेंजर के प्रभारी डॉ. जगदीश चंद्र रस्तोगी ने किया। एनएसएस की कार्यक्रम अधिकारी संगीता रावत, डॉ. विजय बहुगुणा डॉ. बीएल थपलियाल ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एके तिवारी ने छात्रों को संबोधित हुए, कहा कि हमारे लिए सभी भाषाओं का महत्व है। हमें अंतरराष्ट्रीय राष्ट्रीय भाषाओं के साथ-साथ अपनी मूल भाषा को भी अपने व्यवहार में लाना होगा। तभी ये भाषाएं जीवित रह पाएंगी। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. पुष्पांजलि आर्य, डॉ. डीएस मेहरा, एनएसएस की मुख्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. बीपी बहुगुणा, डॉ. युवराज डॉ. अर्चना मौजूद रहे।