उत्तरकाशी: मनेरी भाली जल विद्युत परियोजना-2 गांवों के लिए बड़ा खतरा बन गई है। उत्तरकाशी से धरासू पॉवर हाउस तक बनी सुरंग से काफी मात्रा में पानी का रिवास होने लगा है। इससे मरगांव और चमियारी गांव के ग्रामीण दहशत में हंै। ग्रामीणों ने इसकी सूचना जलविद्युत निगम के अधिकारियों को दी है। उत्तराखंड जल विद्युत नियम की ओर से बनाई गई 304 मेगावाट की मनेरी भाली परियोजना फेस-2 में उत्तरकाशी जोशियाड़ा बैराज से धरासू पावर हाऊस तक बनी सुरंग के बीच मरगांव के पास सुबह दस बजे अचानक लीकेज होने लगा।
देखते ही देखते पानी का लीकेज बढ़ता चला गया। इतना ही नहीं इससे आसपास के खेतों में दरारंे आने लगी। ग्राम प्रधान सुरेन्द्र पाल ने बताया कि गुरुवार सुबह से मर गांव के नीचे मनेरी भाली बांध की सुरंग से हो रहे जल रिसाव से मरगांव और चमियारी की खेतों में कई जगहों पर दरार पड़नी शुरू हो गई है।
जल्द इसको ठीक नहीं किया गया तो भूस्खलन हो सकता है, जिससे चमियारी गांव को खतरा हो सकता है। जल विधुत निगम के सहायक अभियंता धीरज हिमानी ने बताया कि धरासू पॉवर हाउस की इस सुरंग में 2007 में भी जल रिसाव हुआ था। उन्होंने बताया कि इस सुरंग से पहले भी रिसाव हो चुका है। टेंडर काॅल कर दिया गया है। जल्द ही काम शुरू करा दिया जाएगा।